बदायूं। रस्सी का सांप बनाना पुलिस की पुरानी आदत है। सप्ताह भर पहले Bareilly में हुई जनसेवना केंद्र संचालक की हत्या के आरोपी को बदायूं के सिविल लाइंस थाने की मंडी चौकी पुलिस ने तमंचे की बरामदगी दिखाकर मंगलवार को जेल भेजा था। मुठभेड़ में गिरफ्तारी के डर से दोनों आरोपियों ने बदायूं की मंडी चौकी पुलिस से सेटिंग की थी।
खास बात यह है कि इसके लिए पुलिस ने ही तमंचे की व्यवस्था की थी। एडीजी के आदेश पर एसएसी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने बुधवार रात मंडी चौकी प्रभारी वीर सिंह, हेड कांस्टेबल शोभित यादव, कांस्टेबल कालीचरन और सुनील कुमार को निलंबित कर दिया है।
यूपी के जनपद बरेली के थाना बिथरी चैनपुर में 27 अक्तूबर की रात जनसेवा केंद्र के संचालक नन्हे बाबू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी दो सगे भाई भूरे और राजवीर यादव निवासी गांव रजऊ परसपुर फरार हो गए थे। इस वारदात में शामिल रहे आरोपी पूर्व प्रधान चंचल यादव आदि को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
हत्यारोपियों की तलाश के दौरान बिथरी चैनपुर पुलिस को पता चला कि बदायूं के सिविल लाइंस थाने की मंडी चौकी पुलिस ने हत्यारोपी भूरे और राजवीर को तमंचे के साथ जेल भेज दिया है। बिथरी चैनपुर पुलिस ने इसकी जानकारी आला अफसरों को दी। एडीजी के आदेश पर मामले की जांच की गई।
जांच में पुलिस को पता चला कि आरोपियों को डर था कि मुठभेड़ में गिरफ्तारी के दौरान वे घायल हो सकते हैं। इसी वजह से हत्यारोपी दोनों भाइयों ने बदायूं की मंडी चौकी पुलिस से संपर्क कर सेटिंग की। आरोप है कि मंडी चौकी पुलिस ने ही दोनों के लिए तमंचे की व्यवस्था कराई।
रात्रि गश्त के दौरान गिरफ्तारी दिखाकर दोनों को जेल भेज दिया। जांच रिपोर्ट आने के बाद एडीजी ने आरोपी पुलिस कर्मियों को निलंबित करने का निर्देश दिया। इस पर बदायूं एसएसपी ने मंडी चौकी प्रभारी वीर सिंह, समेत चारों पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया।

Bareilly : लापरवाही में फतेहगंज पश्चिमी थाना प्रभारी निलंबित
बरेली में लापरवाह पुलिस कर्मियों के खिलाफ एसएसपी अनुराग आर्य की कार्रवाई जारी है। बुधवार को एसएसपी ने फतेहगंज पश्चिमी थाने का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें थाने में तमाम खामियां मिलीं। इस पर एसएसपी ने थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया। इससे पहले मंगलवार को दरोगा समेत तीन पुलिस कर्मी निलंबित किया था।
जनपद बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने बुधवार को थाना फतेहगंज पश्चिमी का निरीक्षण किया। इससे 24 घंटे पहले गूगल मीट पर एसएसपी ने निरीक्षण के बारे में निर्देश दे दिए थे। बावजूद इसके थाना प्रभारी राजेश मिश्रा ने निरीक्षण को लेकर कोई तैयारी नहीं की। थाने में जनसुनवाई को लेकर कोई तैयारी नहीं की गई थी। सिपाहयों को कोई बीट बुक नहीं दी गई, जबकि एक साल पहले बीट बुक थाने भेजी जा चुकी है। इस लापरवाही पर एसएसपी ने थाना प्रभारी राजेश बाबू को निलंबित कर दिया। एसएसपी की इस कार्रवाई से पुलिस में खलबली मच गई है।
सिरौली के दरोगा और देवरनिया के दो सिपाहियों पर भी कार्रवाई
मंगलवार को मनमानी कार्यशैली और लापरवाही पर सिरौली थाने के दरोगा और देवरनियां थाने के दो सिपाहियों पर कार्रवाई की गई थी। एसएसपी अनुराग आर्य ने तीनों को निलंबित कर दिया था। इन तीनों के खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार सीबीगंज थाने में दर्ज मुकदमे की विवेचना थाना सिरौली में तैनात दरोगा हेमराज कर रहे थे। उन्होंने एक मुकदमे के आरोपी को दो बार रिमांड पर लिया। इसके बाद विवेचना पूरी कर अदालत में गलत तथ्य प्रस्तुत कर दिए। अधिकारियों से भी सही तथ्य छिपाए गए, जिसका लाभ आरोपी को मिला।
जांच में सच्चाई सामने आने पर एसएसपी अनुराग आर्य ने दरोगा हेमराज को निलंबित कर दिया। वहीं, 27 नवंबर की रात देवरनियां में चोरों ने छह दुकानों से लाखों की चोरी की थी। एसएसपी ने जांच कराई तो पता चला कि घटना वाली रात यहां सिपाही संजय कुमार व महेंद्र कुमार की गश्त ड्यूटी थी, लेकिन दोनों वहां नहीं थे। इस पर एसएसपी ने दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया।