मथुरा। गोकुल बैराज पर यमुना तट के पास उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की ओर से वासुदेव वाटिका (vasudev vatika) का निर्माण कराया जा रहा है। वासुदेव वाटिका का निर्माण इस तरह कराया जा रहा है ताकि इसमें श्रीकृष्ण काल की झलक दिख सके। इस समय वासुदेव वाटिका का निर्माण जोरशोर से चल रहा है। माना जा रहा है कि 3-4 महीने के अंदर वासुदेव वाटिका बनकर तैयार हो जाएगी।
मंगलवार को उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने वासुदेव वाटिका का निरीक्षण कर निर्माण कार्य का जायजा लिया और निर्माण कार्य को लेकर दिशा-निर्देश देने के साथ ही तय समय पर काम पूरा करने को कहा।
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने निरीक्षण के दौरान कार्य प्रगति से संतुष्टी जताई। सीईओ ने उम्मीद जताई कि अगले तीन-चार महीने में यह प्रोजेक्ट लगभग पूर्ण होने की स्थिति में पहुंच जाएगा।
45 करोड़ की लागत से बन रही वासुदेव वाटिका
सीईओ ने बताया कि वासुदेव वाटिका गोकुल में बहुत ही खूबसूरत प्रोजेक्ट है। यह प्रोजेक्ट 45 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है। इसका काफी तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। यह क्षेत्र नदी किनारे और नीचा होने के कारण यहां निर्माण चुनौतीपूर्ण भी है। यहां निर्माणाधीन पाथवे को धूल रेत में दबने से बचाने के लिए स्टील का स्ट्रक्चर भी डाला जा रहा है।

वासुदेव वाटिका में होंगे शाॅपिंग और मनोरंजन के साधन
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही टॉयलेट ब्लॉक और वाटर वाड़ी भी बनाई जा रही है। एक ओपन थियेटर भी यहां रहेगा, जिसे एमपी थियेटर का नाम दिया गया है। इनके अलावा शापिंग प्लाजा, पार्किंग भी होगा। उन्होंने बताया कि यह सब कुछ खूबसूरत ढंग से लगाए गए पौधों के बीच होंगे, जो वासुदेव वाटिका की खूबसूरत छटा प्रस्तुत करेगी।
कार्य समय से पूरा हो इसके लिए मजदूर, मशीनरी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता प्रशांत गौतम, सहायक अभियंता सुनील अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
भगवान श्रीकृष्ण के गांव का रूप देने की योजना
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की योजना वासुदेव वाटिका को भगवान श्रीकृष्ण के गांव का रूप देने की है, इसमें भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का प्रदर्शन भी विभिन्न कलाकृतियों के माध्यम से किया जाएगा। पेड़-पौधे भी कृष्णकालीन होंगे। इसमें हरियाली का विशेष ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा श्रद्धालुओं के लिए मनोरंजन के साधन भी मौजूद होंगे। कुछ व्यवसायिक गतिविधियों के लिए भी स्थान सुरक्षित किया गया है। इसमें खानपान भी रहेगा।
मथुरा में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
ब्रज दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का ज्यादातर रुझान वृंदावन और गोवर्धन की ओर रहता है। अधिकांश लोग वृंदावन आते हैं। गोकुल आने वाले अधिकांश श्रद्धालु गुजरात के होते हैं। वासुदेव वाटिका का निर्माण होने से गोकुल की ओर श्रद्धालुओं का रुझान बढ़ेगा। वृंदावन और गोवर्धन आने वाले श्रद्धालु वासुदेव वाटिका बनने के बाद गोकुल भी पहुंचेंगे।
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