blast in manjha factory : बरेली। देश-विदेश में मांझे के लिए मशहूर उत्तर प्रदेश के शहर बरेली में मांझा फैक्टरी में विस्फोट होने से तीन लोगों की मौत हो गई। विस्फोट शुक्रवार सुबह उस वक्त हुआ जब फैक्टरी मालिक अपने बेटे और कारीगर के साथ मांझे को धारदार बनाने के लिए केमिकल का मिश्रण तैयार करा रहे थे। हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। अन्य घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बरेली के किला थाना क्षेत्र में बाकरगंज इलाका मांझा निर्माण का गढ़ माना जाता है। यहां बनने वाला मांझा देश-विदेश में सप्लाई होता है। बाकरगंज इलाके में बड़ी संख्या में लोग मांझा बनाने का कारोबार करते हैं। यहां के ज्यादातर लोग इसी मांझा निर्माण के कारोबार से जुड़े हैं और अमूमन हर घर में मांझा बनाने का काम होता है।

बताया जाता है कि मांझा निर्माण में गंधक पोटाश का भी इस्तेमाल होता है, जिसकी वजह से घरों में गंधक पोटाश का भंडारण किया जाता था।
शुक्रवार सुबह फैक्टरी मालिक अतीक रजा खान अपनी फैक्टरी में मांझे को धारदार बनाने के लिए केमिकल तैयार करा रहे थे। केमिकल के मिश्रण में शीशे के साथ गंधक पोटाश को भी मिलाया जा रहा था। अतीक के पास ही फैजान और सरताज भी खड़े थे। तभी अचानक विस्फोट हो गया, जिससे तीनों की मौत हो गई।

धमाके के बाद इलाके में फैली दहशत, घर से बाहर दौड़े लोग
शुक्रवार सुबह जोरदार धमाका होने पर इलाके में दहशत फैल गई। जोरदार धमाके की आवाज सुनते ही लोग घरों के बाहर दौड़ पड़े। सूचना पर पुलिस भी फिल्ड यूनिट के साथ मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल पर छानबीन कर नमूने एकत्र किए। शुरुआती जांच में पुलिस इसे हादसा मान रही है। सीओ सेकंड संदीप सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि शीशे और गंधक पोटाश का मिश्रण तैयार करने के दौरान हादसा होने की बात सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पहले भी सिरौली की पटाखा फैक्टरी में हुआ था विस्फोट
यह पहली बार नहीं जब विस्फोटक के भंडारण की वजह से बरेली में हादसा हुआ है, इससे पहले भी बरेली के सिरौली में पटाखा फैक्टरी में विस्फोट होने से बड़ा हादसा हुआ था, इसमें भी कई लोगों की जान गई थी। इस हादसे के बाद प्रशासन ने कहीं भी विस्फोटक सामग्री का भंडारण न होने देने का दावा किया था, इसके बाद बाकरगंज में घटना हो गई। बताते हैं कि बरेली के बाकरगंज में मांझा फैक्टरियों के गोदाम में बड़ी संख्या में अवैध रूप से विस्फोटक सामग्री का भंडारण किया जाता है।