25 हजार रुपये जुर्माना वसूला, टीम के जाते ही सड़क पर फिर काबिज हो गए फड़-ठेला वाले
action on encrochment : बरेली। सेटेलाइट बस स्टैंड के सामने ओवरब्रिज बनने के बावजूद जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे इधर से आने-जाने वालों को खासी दिक्कत होती है। बुधवार को नगर निगम की ओर से सेटेलाइट बस स्टैंड के पास अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। टीम को देखते ही ठेला और फड़ दुकानदारों में भगदड़ मच गई। अभियान के दौरान 45 ठेला और फड़ दुकानदारों का चालान किया गया। हालांकि नगर की टीम के चले जाने के बाद दुकानदार दोबारा सड़क घेरकर खड़े हो गए।
सेटेलाइट बस स्टैंड के सामने फल, मिठाई और चाट-पकौड़ी से सजे ठेले खड़े रहते हैं। कुछ दुकानें फड़ पर लगी रहती हैं। इसकी वजह से आधी सड़क घिर जाती है। इनके आगे ऑटो और ई-रिक्शा वाले खड़े रहते हैं। इस कारण आधी से ज्यादा सड़क पर अतिक्रमण रहता है, जिससे यहां हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है और राहगीर परेशान होते हैं।

बुधवार दोपहर करीब एक बजे प्रवर्तन दल प्रभारी कर्नल जोशी और राजस्व निरीक्षक नीरज गंगवार के नेतृत्व में नगर निगम की टीम सेटेलाइट बस स्टैंड पहुंची। टीम को देखते ही ठेलों पर फलों, मिठाई, चाट-पकौड़ी की दुकानें सजाए खड़े दुकानदार इधर-उधर भागने लगे। नगर निगम के कर्मचारियों ने दौड़कर कुछ ठेले वालों और फड़ दुकानदारों को घेर लिया। इस दौरान टीम ने कुल 45 दुकानदारों का चालान किया, जिनसे करीब 25 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया।
टीम की कार्रवाई के दौरान सेटेलाइट के सामने की सड़क साफ और चौड़ी नजर आई। दुकानदारों से जुर्माना वसूलने के बाद निगम की टीम वहां से चली गई। हालांकि इसके कुछ देर बाद ठेला और फड़ दुकानदारों ने दोबारा सड़क पर अपना अड्डा जमा लिया, जिससे रास्ता घिर गया।
पुलिस के सामने सड़क घेरे रहते हैं ठेला-फड़ दुकानदार
सेटेलाइट बस स्टैंड चौराहे पर पुलिस चौकी बनी है। चौकी के ठीक सामने सड़क पर ठेला-फड़ दुकानदार खड़े होते हैं। उनके आगे ऑटो और ई-रिक्शा चालकों ने अवैध स्टैंड बना रखा है। सेटेलाइट बस स्टैंड के बराबर में सीयूजीएल का सीएनजी पंप हैं। उसके सामने पीलीभीत जाने वाले डग्गामार वाहन और बीसलपुर को जाने वाली बसें खड़ी होती हैं, जिस कारण रोड जाम रहता है मगर चौकी पुलिस इस सबको देखकर भी अनजान बनी रहती है।
कई बार चल चुका है अतिक्रमण विरोधी अभियान
नगर निगम और पुलिस के अधिकारी सेटेलाइट बस स्टैंड और उसके आसपास कई बार अतिक्रमण विरोधी अभियान चला चुके हैं। कई बार ठेला-फड़ दुकानदारों के चालान किए जा चुके हैं। बावजूद इसके सेटेलाइट बस स्टैंड के पास अतिक्रमण बना रहता है। सूत्रों का कहना है कि सड़क घेरने वाले ठेला-फड़ दुकानदारों की पुलिस की साठगांठ रहती है। जिसकी वजह से अतिक्रमण विरोधी अभियान चलने के बावजूद हालात जस के तस रहते हैं।