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loot accused arrested : बरेली में छात्रा से लूट करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

loot accused arrested : बरेली। कोचिंग पढ़ने जा रही छात्रा का मोबाइल लूटकर भागे तीन लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सीबीगंज पुलिस ने मोबाइल लूट की घटना का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की बाइक, एक मोबाइल और चाकू बरामद किया है। सीबीगंज इलाके के गांव अटरिया में रहने वाली छात्रा प्रेमलता ने मोबाइल लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रेमलता के मुताबिक घटना के समय वह स्लीपर रोड पर कोचिंग पढ़ने के बाद अपने घर लौट रही थी। इस दौरान विमको फैक्टरी के सामने तीन युवक उसका मोबाइल लूटकर फरार हो गए। छात्रा की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने छानबीन के बाद तीन युवकों को पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने लूट की वारदात अंजाम देने की बात कुबूल की। पकड़े गए आरोपी इज्जतनगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला अशरफ खां छावनी निवासी राजा उर्फ अमन तिवारी, शाही कस्बे के मोहल्ला गांधी नगर निवासी अर्जुन और शाही के मोहल्ला पंतनगर निवासी सुनील हैं। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि उनके पास से मिली बाइक बरेली जिला अस्पताल से चोरी की गई थी। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ पहले भी मामले कई मामले दर्ज हैं। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक सुरेश चंद्र गौतम, एसओजी प्रभारी देवेंद्र सिंह धामा, सीबीगंज थाने के अपराध निरीक्षक सुभाष कुमार, एसआई सौरभ यादव, रविंद्र सिंह आदि शामिल हैं।
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shahmeer thug gang : ठगी के धंधे से बनाई अपार संपत्ति, नोटों के ढेर से खेलते हैं बच्चे

shahmeer thug gang : बरेली। शाहमीर ठग गैंग मंडल भर में एक ही पैतरे पर ठगी को अंजाम देता आ रहा है। पहले तो यह गैंग जमीन में सोने के सिक्के या अशर्फियां दबे होने का दावा करता है फिर उसे निकालने के लिए जमीन मालिक से बच्चे की बलि या फिर काले हिरन की कस्तूरी की डिमांड करता है। यादि कोई वह भी नहीं कर पाता तो मोर की बलि मांगता है। चूंकि डिमांड ऐसी होती है जिसे पूरी कर पाना किसी के लिए संभव नहीं होता, ऐसे में यह गैंग रुपये लेकर खजाना खोजने के लिए होने वाले तंत्रमंत्र की प्रक्रिया पूरी करने का दवा करता है। फिर शिकार से इसके एवज में लाखों रुपये की धनराशि ऐंठ लेता है। ठगों के बच्चों का नोटों के ढेर के साथ खेलते एक वीडियो भी सामने आया है। शाहमीर गैंग ने इसी तरह पीलीभीत के न्यूरिया थाना क्षेत्र के गांव औरिया मजरा जनकपुरी निवासी प्रेमप्रसाद को निशाना बनाया। इस मामले में शाहमीर समेत एक अन्य आरोपी के खिलाफ एसपी के आदेश पर न्यूरिया थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। यह मामला मार्च 2024 का है। प्रेमप्रसाद के मुताबिक उनके पास डालचंद नाम सफाईकर्मी आया था। उसने बताया कि उसके घर पर एक गुरु जी आए हुए वह लोगों की समस्याओं का निवारण करते हैं। इसके बाद वह कथित गुरुजी को लेकर प्रेमप्रकाश के घर पहुंच गया। गुरुजी ने प्रेमप्रसाद से कहा कि उसके खेत में सोने के बिस्किट गढ़े हुए हैं। जिन्हें पाने के लिए पूजा अर्चाना करानी होगी। साथ ही काले हिरन का तीन तोला कस्तूरी दाना लाना होगा। अगर वह न मिले तो मोर की बलि देनी होगी। सोने की बिस्किट की बात सुनते ही प्रेमप्रसाद के मन में लालच आ गया। उन्होंने मोर की बलि देने से मना कर दिया लेकिन कस्तूरी दाना लाने के लिए 2 लाख 72 हजार रुपये जालसाजों को दे दिए। आरोपियों ने प्रेमप्रसाद को यह भी भरोसा दिलाया कि अगर काम नहीं हुआ तो वे उन्हें दोगुने रुपये वापस करेंगे मगर रुपये लेने के बाद शाहमीर और उसका साथी लापता हो गए। न ही खेत से खजाना निकला। इसी तरह शाहमीर ने मीरगंज के गांव कुतकपुर में रहने वाले ताराचंद को निशाना बनाया। ताराचंद ऑटो चलाते हैं। कचहरी पर उनकी मुलाकात शाहमीर के गुर्गे से हुई। उसने ताराचंद से उसकी परेशानी पूछी और उसके समाधान के लिए बिलवा पुल के पास बुलाया। बिलवा पुल पर वह पहुंचा तो शाहमीर ताराचंद को साथ लेकर उसके खेत पर पहुंचा। वहां मिट्टी खोदकर मंत्र पढ़ा और ताराचंद से कहा कि उसके खेत में अशर्फियां दबी हैं। कहा कि इन्हें निकालने के लिए उसे अपने बेटे की बलि देनी होगी लेकिन ताराचंद ने बेटे की बलि देने से इन्कार कर दिया। इस पर उसने बलि के विकल्प में काले हिरन का कस्तूरी दाना देने के बात कही। इसे खीदने के लिए एवज में 6 लाख 72 हजार रुपये खर्चा देने को कहा। ताराचंद ने रुपये दे दिए तो शाहमीर ने रात के वक्त खेत की खोदाई की। इस दौरान खेत से पीले रंग के चमकदार सिक्के निकले। 21 दिन से पहले खोला तो सोना हो जाएगा पीतल खेत से सिक्के निकलने के बाद ठग ने ताराचंद से कहा कि इन्हें घर में ले जाकर 21 दिन बाद खोलना अगर इससे पहले खोला तो सोना पीतल हो जाएगा। ताराचंद ने ऐसा ही किया और 21 दिन बाद कपड़ा हटाकर देखा तो उसमें पीतल के सिक्के थे। इस मामले की तहरीर ताराचंद ने पुलिस को दी थी। नोटों के बिस्तर पर लेटकर रील बना रहा ठग का बेटा सोशल मीडिया पर नोटों के गठ्ठर के साथ रील बनाकर एक ठग का बेटा अपलोड कर रहा है। रील में वह बैग से पांच-पांच सौ के नोटों की गड्डियां पलटते दिखाई दे रहा है। इसके अलावा बेड पर एक और नोटों का ढेर लगा दिख रहा है। बताया जा रहा है कि यह रकम करीब 50 लाख के आसपास है, जो लोगों को ठगकर इकट्ठा की गई है। पुलिस भी बनी ठगों की मददगार, नहीं किया गिरफ्तार ठगी के ज्यादातर मामलों में पुलिस की लापरवाही भी सामने आ रही है। पुलिस इन मामलों में या तो आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं करती, अगर कर भी लेती तो ठगों से साठगांठ कर मामले में लीपापोती कर देती है। पीलीभीत के न्यूरिया में शाहमीर गैंग ने जिन प्रेमप्रसाद को निशाना बनाया उस मामले में पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं की, बल्कि मामले में चार्जशीट भी लगा दी। पुलिस ने घटना के एक महीने बाद लगाई चार्जशीट इस मामले में न्यूरिया इंस्पेक्टर रूपा बिष्ट ने बताया कि ठगी के आरोप में प्रेमप्रसाद की ओर से शाहमीर और डालचंद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। पुलिस रिकॉर्ड में आरोपियों की गिरफ्तारी का कोई उल्लेख नहीं है। घटना की रिपोर्ट दर्ज करने के करीब एक महीने बाद इस मामले में चार्जशाीट कोर्ट में दाखिल कर दी गई थी।
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thug gang : डेढ़ दशक से सक्रिय था शाहगीर गैंग, कई जिलों में फैला रखा था नेटवर्क

बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर के दर्जनों लोगों को बनाया ठगी का शिकार परिवारवाले भी अवैध धंधे में लिप्त, पुलिस गैंग के अन्य लोगों के बारे में कर रही छानबीन thug gang : बरेली। शाहमीर और उसके thug gang के सदस्य पिछले करीब डेढ़ दशक से ठगी के धंधे में लिप्त थे। उन्होंने कई जिलों में अपना नेटवर्क फैला रखा था। यह thug gang मंडल के चारों जिले बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर में दर्जनों वारदातों को अंजाम दे चुका था। जालसाज शाहमीर के परिवारवाले भी इस धंधे में लिप्त थे। आरोपी शाहमीर और उसके चार साथियों के पकड़े जाने के बाद बारादरी पुलिस गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। बदायूं के वजीरगंज थाना क्षेत्र के गांव बरोर निवासी मोहनलाल ने तीन दिन पहले बारादरी थाने में जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के अनुसार कुछ दिनों पहले मोहनलाल किसी काम से बरेली के सेटेलाइट बस स्टैंड आए थे। जहां उनकी मुलाकात भूरा खां नाम के व्यक्ति से हुई। बातचीत के दौरान भूरा ने उनका हालचाल जानने के साथ यह पता कर लिया कि मोहनलाल समस्याओं से घिरे हुए हैं। भूरा ने मोहनलाल से कहा कि उनके घर पर किसी ने जादू टोना करा रखा है। इसलिए उनकी परेशानियां खत्म नहीं हो रहीं। यदि वह खुशहाल होना चाहते हैं तो वह एक तांत्रिक को जानता है जो उनकी परेशानी दूर कर देगा। भूरा के झांसे में आकर मोहनलाल उसे अपने घर ले गए। वहां रात भर रुकने के बाद सुबह को भूरा अपने घर चला गया। चार-पांच दिन बाद भूरा एक मौलवी और तीन अन्य लोगों के साथ मोहनलाल के घर पहुंचा और रात में जिन्न को बुलाने की बात कही। रात में सभी मोहनलाल के खेत पर पहुंचे। जहां मौलवी ने भस्म खाकर जिन्न को बुलाने का नाटक किया और पांचों जिन्न से बात करने का नाटक करने लगे। यह क्रिया करीब एक घंटे तक चली। इसके बाद मौलवी ने कहा कि उसके खेत में सोने के सिक्कों से भरा खजाना दबा है। पांचों ने खजाना ढूंढने के नाम पर मोहनलाल से 4 लाख 77 हजार रुपये ऐंठ लिए। हत्या का नाटक रचकर मांगी रकम मोहनलाल के मुताबिक 25 जनवरी को भूरा अपने साथ मौलवी और दो अन्य साथियों को लेकर पहुंचा और खजाना ढूंढने के लिए तंत्रमंत्र करने की बात कही। मोहनलाल से कलश मंगाकर खेत पर तंत्रमंत्र करने लगे। इसी बीच एक व्यक्ति वहां आया और मौलवी को गोली मार दी। मौलवी के सीने से खून बहता देख मोहनलाल घबराकर भाग गया। इसके बाद आरोपियों ने उसे कॉल करके बताया कि मौलवी की मौत हो गई है और उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखाया जाएगा। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। अगर वह दस लाख रुपये उन्हें दे देगा है तो उसके खिलाफ मुकदमा नहीं लिखाया जाएगा। इसके बाद छह लाख रुपये में सौदा तय हुआ। शक होने पर मोहनलाल ने मामले की तहरीर बारादरी थाने में दी। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर thug gang  के पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव अम्बरपुर निवासी शाहमीर खां, लियाकत खां और इकलास और रामपुर के थाना शहाबाद के गांव ओसी निवासी रजा व भूरा खां हैं। इनमें गैंग लीडर शहमीर खां है। पूछताछ के बाद पुलिस ने शाहमीर समेत पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया। thug gang चलाकर करोड़पति बना शाहमीर सूत्रों के अनुसार करीब डेढ़ दशक पहले शाहमीर मजदूरी करता था। जालसाजी का धंधा शुरू करने के बाद वह कुछ ही सालों में करोड़पति बन गया। उसने बरेली जिले के अलावा पीलीभीत के माधोटांडा, पूरनपुर, जहानाबाद, बदायूं, शाहजहांपुर, रामपुर आदि जिलों में अपना नेटवर्क फैला रखा था। मामले की विवेचना चल रही है। आरोपी पहले भी कई लोगों को ठग चुके हैं। अगर कोई पीड़ित सामने आता है और तहरीर देता है तो उसे मुकदमे में शामिल कर लिया जाएगा। आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। उनसे जुड़े लोगों के बारे में छानबीन की जा रही है। – एसआई जावेद अख्तर, विवेचक झांसा : शातिर ठग… मालामाल करने का दिखाया ख्वाब और बना दिया कंगाल

साहब! आपके लिए होगा आयुष्मान, हमारे लिए तो अभिशाप है

निजी अस्पतालों का 150 करोड़ का भुगतान अटका, डॉक्टरों ने किया आंदोलन का एलान बरेली। आयुष्मान भारत योजना शहर के निजी अस्पतालों के लिए अभिशाप बन गई है। पिछले करीब छह महीनों से आयुष्मान योजना के तहत किए गए मरीजों का इलाज का भुगतान न होने से निजी अस्पतालों के संचालकों में  नाराजगी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का दावा है कि जिले के निजी अस्पतालों का करीब 150 करोड़ रुपये का भुगतान रुका हुआ है। आईएमए ने चेतावनी दी कि यदि भुगतान जल्द नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। बुधवार को सिविल लाइंस स्थित आईएमए हॉल में हुई बैठक में आईएमए बरेली अध्यक्ष डॉ. आरके सिंह ने कहा कि भुगतान में देरी और अनुचित कटौती के कारण निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम संचालकों की आर्थिक स्थिति बिगड़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि कई अस्पतालों को म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट तक तोड़ने की नौबत आ गई है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। डॉ. आरके सिंह ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी झूठे दावे कर रहे हैं, और पिछले छह महीने से आयुष्मान योजना के तहत कोई भुगतान नहीं किया गया है। बैठक में जिले के 40 से अधिक डॉक्टरों ने अपने लंबित भुगतान का ब्योरा दिया, जिससे स्पष्ट हुआ कि केवल बरेली में 150 करोड़ से अधिक की राशि बकाया है। यदि निजी मेडिकल कॉलेजों को भी इसमें शामिल किया जाए तो यह आंकड़ा 200 करोड़ से अधिक हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग का दावा 87 प्रतिशत हो चुका भुगतान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आईएमए के आरोपों को खारिज किया। अधिकारियों का कहना है कि जिले में 238 अस्पताल आयुष्मान भारत योजना से जुड़े हुए हैं, जिनमें 178 निजी और 60 सरकारी अस्पताल शामिल हैं।स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस योजना के तहत 87 प्रतिशत भुगतान पहले ही किया जा चुका है। केवल 13 प्रतिशत राशि तकनीकी कारणों से रुका हुआ है, जिसे जल्द जारी कर दिया जाएगा। डॉ. प्रमेंद्र महेश्वरी ने बताया स्वास्थ्य विभाग का दावा गलत है। स्वास्थ्य विभाग जिन 87 प्रतिशत भुगतान की बात कर रहा है, वह छह महीने पहले की स्थिति थी। वर्तमान में 10 प्रतिशत फाइलें भुगतान प्रक्रिया में शामिल ही नहीं हुई हैं। कई मामलों में जानबूझकर आपत्ति लगाकर फाइलें रिजेक्ट की जा रही हैं। डॉ. प्रमेंद्र महेश्वरी ने कहा, “स्वास्थ्य विभाग का यह दावा पूरी तरह गलत है। हमें छह महीने से कोई पैसा नहीं मिला है। यह सिर्फ बरेली की बात नहीं है, पूरे प्रदेश में छोटे अस्पतालों का लाखों और बड़े अस्पतालों का करोड़ों रुपये बकाया है। आईएमए ने आंदोलन की दी चेतावनी बैठक में सरकार से जल्द भुगतान करने और अनुचित कटौती बंद करने की मांग की गई। अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आईएमए के बैनर तले उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। बैठक में प्रमुख रूप से आईएमए सचिव डॉ. रतनपाल, कोषाध्यक्ष डॉ. शिवम, उपाध्यक्ष डॉ. डीपी गंगवार, डॉ. प्रमेंद्र महेश्वरी, डॉ. गौरव गर्ग, डॉ. शालिनी महेश्वरी, आयुष्मान टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र गंगवार, डॉ. शरद, डॉ. अजय अग्रवाल, डॉ. अजय भारती, डॉ. निकुंज गोयल, डॉ. राजीव गोयल, डॉ. अतुल श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। आयुष्मान योजना में 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों का इलाज भी किया जा सकेगा, ऐसे मरीज़ों में ज़्यादातर डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, किडनी और दिल को बीमारियां होती है, जिनके लिए विशेषज्ञ डाक्टर और अतिरिक्त जीवन रक्षक दवाइयों की ज़रूरत होती है जो पचास साल या कम उम्र के मरीज़ों में नहीं होती पर दोनों प्रकार के मरीज़ों के लिए आयुष्मान का पैकेज बराबर है, जबकि बुजुर्गों में अतिरिक्त दवाई और जांचे भी होनी चाहिए, उनके लिए अलग से पैसे का प्रावधान नहीं किया गया है, जो कि होना चाहिए। – डॉ प्रमेन्द्र माहेश्वरी, अध्यक्ष बरेली नर्सिंग होम एसोसियेशन
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accident in bareilly : रोडवेज बस से टकराई ईको, दो लोगों की मौत

बरेली-पीलीभीत हाईवे पर नवाबगंज इलाके में हादसा दोनों पीलीभीत के रहने वाले थे, तेज रफ्तार बनी वजह accident in bareilly : बरेली। यूपी के जिला बरेली के थाना नवाबगंज क्षेत्र में बुधवार सुबह बरेली-पीलीभीत हाईवे पर तेज रफ्तार ने दो लोगों की जान ले ली। बरेली-पीलीभीत हाईवे पर दौड़ती रोडवेज बस ने सामने से आई ईको वैन में टक्कर मार दी। इसमें गंभीर चोटें आने से दो लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन यात्री घायल हो गए। हादसा बुधवार सुबह करीब नौ बजे बरेली-पीलीभीत हाईवे पर नवाबगंज थाना क्षेत्र में इनायतपुर गांव के पास हुआ। ईको पीलीभीत से सवारियां लेकर बरेली जा रही थी। वहीं रोडवेज बस बरेली से पीलीभीत जा रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रोडवेज बस की रफ्तार काफी तेज दी। इनायतपुर गांव के पास पहुंचने पर बस बेकाबू होने के बाद सामने से आ रही ईको से जा भिड़ी। टक्कर लगने से ईको क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें बैठे आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। हादसे के बाद ईको के अंदर चीखपुकार मची तो आसपास मौजूद लोग दौड़कर मौके पर जा पहुंचे। लोगों ने ईको का दरवाजा खोलकर उसमें फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। मगर तब तक दो लोगों की मौत हो चुकी थी।मृतकों में पीलीभीत के थाना बरखेड़ा क्षेत्र के ग्राम पौटा कला निवासी इकबाल अहमद (30) और थाना न्यूरिया क्षेत्र के गांव मुड़िया रतनपुरी निवासी 65 साल के चेतराम शामिल हैं। इकबाल सब्जी का काम करते थे, जो सब्जी खरीदने के लिए बरेली मंडी समिति जा रहे थे। वहीं, चेतराम अपनी आंखों का इलाज कराने पत्नी सोमवती और रिश्तेदार श्यामलाल के साथ बरेली के एक निजी अस्पताल जा रहे थे। हादसे की सूचना मिलते ही नवाबगंज थाना पुलिस मौके पर जा पहुंची और घायलों को इलाज के लिए सीएचसी भिजवाया। पोस्टमार्टम के बाद मृतकों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए। ईको में मानक से ज्यादा भरी थीं सवारियां बरेली सेटेलाइट बस स्टैंड से पीलीभीत तक ईको समेत कई डग्गामार गाड़ियां चलती हैं। मगर पुलिस इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है। ईको में सात सवारियां बैठाने का नियम है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जिस ईको से हादसा हुआ उसमें 12 सवारियां बैठी थीं।
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power corporation : 20 प्रतिशत विद्युत संविदा कर्मियों की नौकरी पर मंडराया खतरा

डिस्कॉम मध्यांचल मुख्यालय ने नई कंपनी से किया अनुबंध, नौकरी जाने से घबराए संविदा कर्मियों ने किया विरोध-प्रदर्शन power corporation : बरेली। डिस्कॉम मध्यांचल मुख्यालय द्वारा नई कंपनी मैसर्स ऑल सर्विसेज ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड से अनुबंध करने पर 20 प्रतिशित संविदा कर्मियों की नौकरी पर खतरा मंडारने लगा है, जिससे संविदा कर्मी परेशान हैं। विद्युत संविदा मजदूर संगठन के बैनर तले बुधवार को संविदा कर्मचारियों ने सिविल लाइंस स्थित चीफ इंजीनियर कार्यालय परिसर में विरोध-प्रदर्शन किया। बुधवार सुबह दर्जनों की संख्या में संविदा कर्मचारी सर्किट हाउस के सामने स्थित चीफ इंजीनियर कार्यालय परिसर में एकत्र हुए। जहां उन्होंने नई कंपनी से अनुबंध किए जाने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद प्रबंध निदेशक को संबोधित ज्ञापन चीफ इंजीनियर को दिया। ज्ञापन में कहा गया है कि डिस्काम मध्यांचल मुख्यालय द्वारा बरेली मंडल में आउटसोर्सिंग कंपनी मैसर्स ऑल सर्विसेज ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड से दो साल का अनुबंध किया गया है, जिसमें आवंटित निविदा कर्मियों की संख्या 20 प्रतिशत कम कर दी गई है। इससे बरेली मंडल के हजारों संविदा कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे। उनके परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे। यह बहुत ही चिंता का विषय है। कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने अपने जीवन के 10-15 साल power corporation को दे दिए। अब उन्हें निकालकर बाहर किया जा रहा है। ऐसे में संविदा कर्मी और उनके परिवार आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाएंगे। power corporation से एलओआई वापस लेने की मांग कर्मचारियों ने बरेली मंडल में power corporation की आउटसोर्सिंग नई कंपनी को जारी की गई एलओआई वापस लेने की मांग की गई है। साथ ही आदेश वापस ने होने पर हड़ताल करने की चेतावनी दी गई है। विरोध-प्रदर्शन के दौरान विद्युत संविदा मजदूर संगठन के प्रदेश महामंत्री सुनील गोस्वामी, बरेली जोन अध्यक्ष नरेशपाल सिंह, बरेली जिलाध्यक्ष जहीर खान, जिला प्रभारी असलम खान, फीरोज खान आदि मौजूद।
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action on encrochment : निगम टीम ने दौड़ाए फड़-ठेला दुकानदार, 45 का चालान

25 हजार रुपये जुर्माना वसूला, टीम के जाते ही सड़क पर फिर काबिज हो गए फड़-ठेला वाले action on encrochment : बरेली। सेटेलाइट बस स्टैंड के सामने ओवरब्रिज बनने के बावजूद जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे इधर से आने-जाने वालों को खासी दिक्कत होती है। बुधवार को नगर निगम की ओर से सेटेलाइट बस स्टैंड के पास अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। टीम को देखते ही ठेला और फड़ दुकानदारों में भगदड़ मच गई। अभियान के दौरान 45 ठेला और फड़ दुकानदारों का चालान किया गया। हालांकि नगर की टीम के चले जाने के बाद दुकानदार दोबारा सड़क घेरकर खड़े हो गए। सेटेलाइट बस स्टैंड के सामने फल, मिठाई और चाट-पकौड़ी से सजे ठेले खड़े रहते हैं। कुछ दुकानें फड़ पर लगी रहती हैं। इसकी वजह से आधी सड़क घिर जाती है। इनके आगे ऑटो और ई-रिक्शा वाले खड़े रहते हैं। इस कारण आधी से ज्यादा सड़क पर अतिक्रमण रहता है, जिससे यहां हर समय जाम की स्थिति बनी रहती है और राहगीर परेशान होते हैं। बुधवार दोपहर करीब एक बजे प्रवर्तन दल प्रभारी कर्नल जोशी और राजस्व निरीक्षक नीरज गंगवार के नेतृत्व में नगर निगम की टीम सेटेलाइट बस स्टैंड पहुंची। टीम को देखते ही ठेलों पर फलों, मिठाई, चाट-पकौड़ी की दुकानें सजाए खड़े दुकानदार इधर-उधर भागने लगे। नगर निगम के कर्मचारियों ने दौड़कर कुछ ठेले वालों और फड़ दुकानदारों को घेर लिया। इस दौरान टीम ने कुल 45 दुकानदारों का चालान किया, जिनसे करीब 25 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया। टीम की कार्रवाई के दौरान सेटेलाइट के सामने की सड़क साफ और चौड़ी नजर आई। दुकानदारों से जुर्माना वसूलने के बाद निगम की टीम वहां से चली गई। हालांकि इसके कुछ देर बाद ठेला और फड़ दुकानदारों ने दोबारा सड़क पर अपना अड्डा जमा लिया, जिससे रास्ता घिर गया। पुलिस के सामने सड़क घेरे रहते हैं ठेला-फड़ दुकानदार सेटेलाइट बस स्टैंड चौराहे पर पुलिस चौकी बनी है। चौकी के ठीक सामने सड़क पर ठेला-फड़ दुकानदार खड़े होते हैं। उनके आगे ऑटो और ई-रिक्शा चालकों ने अवैध स्टैंड बना रखा है। सेटेलाइट बस स्टैंड के बराबर में सीयूजीएल का सीएनजी पंप हैं। उसके सामने पीलीभीत जाने वाले डग्गामार वाहन और बीसलपुर को जाने वाली बसें खड़ी होती हैं, जिस कारण रोड जाम रहता है मगर चौकी पुलिस इस सबको देखकर भी अनजान बनी रहती है। कई बार चल चुका है अतिक्रमण विरोधी अभियान नगर निगम और पुलिस के अधिकारी सेटेलाइट बस स्टैंड और उसके आसपास कई बार अतिक्रमण विरोधी अभियान चला चुके हैं। कई बार ठेला-फड़ दुकानदारों के चालान किए जा चुके हैं। बावजूद इसके सेटेलाइट बस स्टैंड के पास अतिक्रमण बना रहता है। सूत्रों का कहना है कि सड़क घेरने वाले ठेला-फड़ दुकानदारों की पुलिस की साठगांठ रहती है। जिसकी वजह से अतिक्रमण विरोधी अभियान चलने के बावजूद हालात जस के तस रहते हैं।
Badaun news

Budaun news : दोस्तों के साथ जाने को मना किया तो मां के सामने बड़े भाई को गोलियों से भूना

Budaun news : यूपी के बदायूं शहर में दोस्तों के साथ जाने से मना करने की मामूली सी बात पर छोटे भाई ने मां के सामने बड़े भाई को गोलियों से भून डाला, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से भाग गया। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस आरोपी की तलाश में दबिश दे रही है। बदायूं की सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला चौधरी सराय निवासी खालिद सलारपुर ब्लॉक में बतौर एडीओ पंचायत तैनात हैं। उनके छह बेटों में सबसे बड़ा अमन (25) था, और उससे छोटा आदिल है। अमन बीफॉर्मा कर चुका था, जबकि आदिल बीएससी कर रहा है। रोजाना की तरह शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे खालिद ड्यूटी चले गए। घर में उनकी पत्नी हुमा, बड़ा बेटा अमन और उससे छोटाआदिल थे। तभी आदिल के दो दोस्त उसके घर आए और साथ चलने को कहा। आदिल उनके साथ जाने को तैयार हो गया। इसपर अमन ने दोस्तों के साथ जाने को आदिल से मना किया। इसी को लेकर दोनों भाइयों के बीच कहासुनी हो गई। उनके बीच झगड़ा बढ़ता देख मां हुमा बीच बचाव करने लगीं। तभी आदिल घर के अंदर गया और पिस्टल लाने के बाद बड़े भाई अमन को ताबड़तोड़ छह गोलियां मार दीं। इससे अमन लहूलुहान होकर वहीं गिर गया और उसकी मौत हो गई। इस वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारोपी आदिल घर से फरार हो गया। बड़ी बेटे को जमीन पर पड़ा देख मां हुमा बुरी तरह बिलखने लगी, जिससे आसपास के लोग पहुंच गए। कुछ लोग अमन को जिला अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना की सूचना मिलते ही सदर कोतवाली पुलिस मौके पर जा पहुंची। हत्यारोपी आदिल की तलाश में कई जगह दबिश दी गई, लेकिन वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा। आदिल ने मां पर भी तानी थी पिस्तौल, गनीमत रही गोलियां नहीं थीं दोनों भाइयों अमन और आदिल के बीच मारपीट होती देख मां हुमा ने बीच बचाव करने की कोशिश की। तभी आदिल दौड़कर घरके अंदर गया और पिस्ताल लाकर बड़े भाई अमन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। उसे लहूलुहान पड़ा देख गुस्से में आई मां हुमाने डंडा उठाया। तभी आदिल में उन पर पिस्तौल तान दी। गनीमत यह रही कि उसमें गोलियां नहीं थीं। मामूली विवाद में छोटे भाई ने बड़े भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के बाद आरोपी मौके से भाग गया। पिता की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। – डॉ बृजेश कुमार सिंह, एसएसपी बदायूं
Bareilly news

Bareilly news : दिव्यांगता को भूल खेल में पाया मुकाम, अब डीएम ने दिया सम्मान

Bareilly news : बरेली। खेल, शिक्षा, सुरक्षा आदि क्षेत्रों में अपने कार्य कौशल से धाक जमाने वाली महिलाओं और बालिकाओं को डीएम रविंद्र कुमार ने वीरांगना पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इनमें गोल्ड मेडल जीतने वाली दिव्यांग रिधिम शर्मा भी शामिल है। हक की बात जिलाधिकारी के साथ कार्यक्रम में महिलाओं ने अपनी परेशानी बताई तो डीएम ने तुरंत समस्या का निस्तारण करने का आदेश दिया। जनपद बरेली के डीएम रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को मिशन शक्ति फेज-5 के अन्तर्गत हक की बात जिलाधिकारीके साथ कार्यक्रम एवं वीरांगना सम्मान समारोह का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में हुआ। बरेली की प्रियांशी ने शतरंज में राष्ट्रीय स्तर एवं राज्य स्तर पर गोल्ड मेडल प्राप्त किया। रिया गंगवार ने कक्षा-12 में जनपद बरेली में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। मूकबधिर बालिका रिधिम शर्मा ने अपनी कमियों को दरकिनार करते हुए 400 मीटर दौड़ और बाधा दौड़ में फरवरी 2023 में इंदौर में गोल्ड मेडल जीता, वर्ष 2024 में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मलेशिया में 400 मीटर दौड़ में गोल्ड मैडल की विजेता रही हैं। रिधिम शर्मा की प्रतिभा को देखते हुए जिलाधिकारी ने 20 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया। इनके अलावा अन्य 10 महिलाओं और बालिकाओं को बेहतर कार्य हेतु जिलाधिकारी ने सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में मैथोडिस्ट इण्टर कॉलेज बरेली की बालिकाओं ने उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। हक की बात जिलाधिकारी के साथ कार्यक्रम में कुल 10 शिकायतें (स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग एवं महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित प्रवर्तकता कार्यक्रम) की प्राप्त हुई। इस पर जिलाधिकारी ने तत्काल सम्बन्धित विभाग को निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिला प्रोबेशन अधिकारी ने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य), बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक (अपराध) मुकेश प्रताप, नगर मजिस्ट्रेट राजीव शुक्ला, जिला प्रोबेशन अधिकारी मोनिका राणा, केन्द्र प्रशासक वन स्टॉप सेंटर चंचल गंगवार आिद मौजूद रहे।
Pilibhit accident

Pilibhit accident: बेकाबू कार पलटने के बाद पेड़ से टकराई, दुल्हन के पिता समेत छह की मौत

Pilibhit accident: बेकाबू कार पलटने के बाद पेड़ से टकराई, दुल्हन के पिता समेत छह की मौत Pilibhit accident: पीलीभीत जिले के न्युरिया थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार रात भीषण सड़क हादसा हुआ। शादी की दावत में शामिल होकर घर लौट रहे लोगों की कार पलटने के बाद पेड़ से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार लगी कि पेड़ टूटकर कार के ऊपर गिर गया। इससे कार सवार दुल्हन के पिता समेत छह लोगों की दबकर मौत हो गई, जबकि चार लोग घायल हो गए। घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। उत्तराखंड के खटीमा इलाके के गांव जमोर में रहने वाले 65 वर्षीय मंजूर अहमद की बेटी हुस्ना बी का निकाह बुधवार को पीलीभीत कोतवाली क्षेत्र के गांव चंदोई निवासी अनवर के साथ हुआ था। बृहस्पितवार को पीलीभीत में वलीमा की दावत थी। मंजूर अहमद परिवार वालों और रिश्तेदारों के साथ दावत में शामिल होने पीलीभीत गए थे। वहां से बृहस्पितवार देर रात कार में सवार होकर सभी लोग अपने घर लौट रहे थे। तभी रास्ते में न्यूरिया थाना क्षेत्र में एक बरातघर के पास कार अचानक अनियंत्रित होकर खाई में पलटने के बाद पेड़ से टकरा गई। टक्कर लगने से पेड़ टूटकर कार के ऊपर गिर गया। इससे सभी लोग कार के अंदर दब गए। हादसे की सूचना पर पुलिस मौके पर जा पहुंची और बामुश्किल कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला। मगर तब के छह लोगों की मौत हो चुकी थी। इस हादसे में पांच लोग घायल हुए, जिन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में ले जाकर भर्ती करा दिया गया। मरने वालों दुल्हन के पिता, बुआ-फूफा, भतीजा, ससुर और कार चालक शामिल हैं। हादसे का पता लगने पर सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने भी मौका मुआयना किया।   मृतकों में ये रहे शामिल 1. शरीफ अहमद (50) पुत्र नन्हे निवासी खटीमा गौंटिया जिला उधमसिंह नगर (उत्तराखंड)। 2. बहाबुद्दीन (60) निवासी बांसखेड़ा अमरिया जिला पीलीभीत। 3. मुन्नी (65) पत्नी नजीर अहमद निवासी खटीमा गौंटिया जिला उधमसिंह नगर (उत्तराखंड)। 4. राकिब (10) पुत्र मोहम्मद अहमद निवासी खटीमा जिला उधमसिंह नगर (उत्तराखंड) 5. मंजूर अहमद (65) पुत्र नूर अहमद जमौर खटीमा जिला उधमसिंह नगर (उत्तराखंड) 6. चालक अकरम (35) पुत्र मुन्ने खटीमा जिला उधमसिंह नगर (उत्तराखंड)   हादसे में ये हुए घायल रहीस अहमद (47) खटीमा (उत्तराखंड), जाबरी (40) पत्नी बहाबुद्दीन निवासी बांसखेड़ा अमरिया पीलीभीत, अहमद रजा (10) पुत्र मोहम्मद अहमद, शहनाज (30) पत्नी इरशाद खमरिया बरखेड़ा पीलीभीत। तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह हादसे की मुख्य वजह तेज रफ्तार बताई जा रही है। बताते हैं कि दावत खत्म होने के बाद सभी लोग दो कारों में पीलीभीत से लौट रहे थे। एक कार में दुल्हन, उसका भाई और अन्य रिश्तेदार थे, जबकि दूसरी कार में दुल्हन के पिता और ससुर रिश्तेदारों के साथ सवार थे। दोनों गाड़ियां आगे पीछे चल रही थीं। कार सवार जैसे ही न्यूरिया थाना क्षेत्र में पहुंचे, तभी दुल्हन की गाड़ी के पीछे चल रही दूसरी कार के चालक ने अचानक रफ्तार बढ़ा दी और ओवरटेक करके आगे निकल गया। मगर रफ्तार ज्यादा तेज होने के कारण चालक कार से नियंत्रण खो बैठा और कार खाई में पलटने के बाद पेड़ से टकरा गई। इसके बाद पेड़ टूटकर कार के ऊपर गिर गया। कार काटकर निकाले गए शव कार पेड़ से टकराने पर हुए जोरदार धमाके से आसपास के लोग सहम गए। आनन फानन लोग घटनास्थल की तरफ दौड़ पड़े, इससे पहले दुल्हन की कार भी मौके पर पहुंच चुकी थी। इसके बाद आसपास के लोग और रिश्तेदार बचाव कार्य में जुट गए, लेकिन कार के ऊपर पेड़ गिरा होने की वजह से कामयाब नहीं हो पाए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी बुलाकर पेड़ को कार के ऊपर से हटवाया। इसके बाद कार काटकर उसमें फंसे लोगों को बाहर निकाला गया, लेकिन तब तक छह लोगों की मौत हो चुकी थी। इसके बाद एंबुलेंस बुलाकर घायलों को पीलीभीत जिला अस्पताल भेजा गया।
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Bithri CHC

Bithri CHC में फार्मासिस्ट ने शराब पीकर किया हंगामा, कपड़े उतारकर हुआ नग्न

Bithri CHC : यूपी के बरेली में बिथरी चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक फार्मासिस्ट ने शराब के नशे में जमकर हंगामा किया, इसके बाद सबके सामने ही अपने कपड़े उताकर नग्न हो गया। फार्मासिस्ट की इस हरकत से पूरा अस्पताल शर्मसार हो गया। बताते हैं कि यह फार्मासिस्ट अक्सर शराब के नशे में रहता है और स्टाफ से भी बदसलूकी करता है। घटना का वीडियो वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग की काफी बदनामी हो रही है। यह घटना छह फरवरी की बताई जा रही है। बतातें है कि कुछ दिन पहले फार्मासिस्ट ने एक ट्रेनी छात्र से इंटर्नशिप सर्टिफिकेट जारी करने के एवज में पांच हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। छात्र ने मोबाइल पर उसके साथ हुई बातचीत की कॉल रिकॉर्ड कर ली थी। इसके बाद रिकार्डिंग अधिकारियों को सौंपकर शिकायत कर दी थी। शिकायत से बौखलाया फार्मासिस्ट छह फरवरी को नशे में धुत होकर सीएचसी आया और गालीगलौज करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। वह नशे में इतना टुन्न था कि स्टाफ ने जब उससे हंगामा करने का कारण पूछते हैं तो स्पष्ट बोल भी नहीं पा रहा था। इसी बीच उसने अपने कपड़े उतारकर फेंक दिए और नग्न अवस्था में फर्श पर ही लेट गया। फार्मासिस्ट की इस हरकत से पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। फार्मासिस्ट की इस हरकत ने महिला मरीजों और स्टाफ को शर्म से पानी पानी कर दिया। बताते हैं कि काफी देर तक फार्मासिस्ट नग्न अवस्था में अस्पताल में पड़ा रहा। सरकारी दवा बेचने पर हटाया गया था पहले इस फार्मासिस्ट पर पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। इस घटना से पहले बिथरी सीएचसी में तैनाती के दौरान इसने दवाएं बेच दी थीं, तब इसे बिथरी से हटाकर फरीदपुर सीएचसी स्थानांतरित कर दिया गया था मगर वहां भी यह लोगों से पैसे की डिमांड करने लगा। गंभीर आरोप लगने के बाद किसी तरह साठगांठ करके फिर वापस बिथरी सीएचसी आ गया। बिथरी चैनपुर सीएचसी की अधीक्षक डॉ. उत्तरा शर्मा ने मामले की जानकारी से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि सीएचसी के स्टाफ का शराब पीने का वीडियो वायरल होने की जानकारी उन्हें नहीं है। उन्होंने वीडियो भी नहीं देखा है। इसलिए इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
blast in manjha factory

blast in manjha factory : बरेली में मांझा फैक्टरी में विस्फोट, तीन लोगों के उड़े चिथड़े

blast in manjha factory : बरेली। देश-विदेश में मांझे के लिए मशहूर उत्तर प्रदेश के शहर बरेली में मांझा फैक्टरी में विस्फोट होने से तीन लोगों की मौत हो गई। विस्फोट शुक्रवार सुबह उस वक्त हुआ जब फैक्टरी मालिक अपने बेटे और कारीगर के साथ मांझे को धारदार बनाने के लिए केमिकल का मिश्रण तैयार करा रहे थे। हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। अन्य घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बरेली के किला थाना क्षेत्र में बाकरगंज इलाका मांझा निर्माण का गढ़ माना जाता है। यहां बनने वाला मांझा देश-विदेश में सप्लाई होता है। बाकरगंज इलाके में बड़ी संख्या में लोग मांझा बनाने का कारोबार करते हैं। यहां के ज्यादातर लोग इसी मांझा निर्माण के कारोबार से जुड़े हैं और अमूमन हर घर में मांझा बनाने का काम होता है। बताया जाता है कि मांझा निर्माण में गंधक पोटाश का भी इस्तेमाल होता है, जिसकी वजह से घरों में गंधक पोटाश का भंडारण किया जाता था। शुक्रवार सुबह फैक्टरी मालिक अतीक रजा खान अपनी फैक्टरी में मांझे को धारदार बनाने के लिए केमिकल तैयार करा रहे थे। केमिकल के मिश्रण में शीशे के साथ गंधक पोटाश को भी मिलाया जा रहा था। अतीक के पास ही फैजान और सरताज भी खड़े थे। तभी अचानक विस्फोट हो गया, जिससे तीनों की मौत हो गई। धमाके के बाद इलाके में फैली दहशत, घर से बाहर दौड़े लोग शुक्रवार सुबह जोरदार धमाका होने पर इलाके में दहशत फैल गई। जोरदार धमाके की आवाज सुनते ही लोग घरों के बाहर दौड़ पड़े। सूचना पर पुलिस भी फिल्ड यूनिट के साथ मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल पर छानबीन कर नमूने एकत्र किए। शुरुआती जांच में पुलिस इसे हादसा मान रही है। सीओ सेकंड संदीप सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि शीशे और गंधक पोटाश का मिश्रण तैयार करने के दौरान हादसा होने की बात सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पहले भी सिरौली की पटाखा फैक्टरी में हुआ था विस्फोट यह पहली बार नहीं जब विस्फोटक के भंडारण की वजह से बरेली में हादसा हुआ है, इससे पहले भी बरेली के सिरौली में पटाखा फैक्टरी में विस्फोट होने से बड़ा हादसा हुआ था, इसमें भी कई लोगों की जान गई थी। इस हादसे के बाद प्रशासन ने कहीं भी विस्फोटक सामग्री का भंडारण न होने देने का दावा किया था, इसके बाद बाकरगंज में घटना हो गई। बताते हैं कि बरेली के बाकरगंज में मांझा फैक्टरियों के गोदाम में बड़ी संख्या में अवैध रूप से विस्फोटक सामग्री का भंडारण किया जाता है।
Bareilly News baheri

Bareilly News : मकान पर कब्जा करने के लिए दबंगों ने चलाया बुलडोजर, पथराव कर फैलाई दहशत, 4 घायल, 12 नामजद समेत 20 अज्ञात पर रिपोर्ट

Bareilly News : बरेली जनपद के कस्बा बहेड़ी में नैनीताल हाईवे के किनारे मकान पर कब्जा करने के लिए दबंगों ने उस वक्त बुलडोजर चला दिया जब परिवारवाले अंदर सो रहे थे। हथियारों और लाठी-डंडों से लैस दबंगों ने काफी देर तक इलाके में दहशत फैलाई। घटना में चार लोग घायल हो गए। पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने 12 लोगों को नामजद करते हुए 20 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बहेड़ी के मोहल्ला शिकोहीनगर में रहने वाली अफरोज बेगम ने पुलिस को बताया कि वर्षों पहले उन्होंने नैनीताल हाईवे किनारे मकान खरीदा था। इस मकान पर हरीशचंद्र पाल की नीयत खराब है। वह उनके मकान पर कब्जा करना चाहता है। बृहस्पतिवार सुबह 6:30 बजे हरिश्चंद्र अपने 15-20 साथियों के साथ दो बुलडोजर लेकर उनके मकान के बाहर आया और बुलडोजर चलाकर मकान तोड़ डाला, इससे मकान के अंदर सो रहे चार लोग घायल हो गए। कई अन्य लोगों के चोटें आईं हैं। विरोध पर किया पथराव, घटना सीसीटीवी में कैद अफरोज ने बताया कि अचानक मकान गिरने पर परिवारवालों की आंख खुली। उन्होंने बाहर आकर विरोध किया तो आरोपियों ने पथराव शुरू कर दिया। दबंग नाजायज हथियार और लाठी-डंडों से लैस थे। आरोपियों ने घरवालों के साथ मारपीट की और महिलाओं के साथ छेड़खानी की। इतना ही नहीं विरोध करने पर महिलाओं को उठा ले जाने की धमकी दी। बुलडोजर से मकान तोड़ने की घटना पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें दबंग बुलडोजर से मकान गिराते और पथराव करते दिख रहे हैं। पुलिस ने फुटेज अपने कब्जे में ले ली है। देखें घटना का वीडियो… पुलिस के पहुंचने से पहले भागे दबंग घटना की सूचना जब पुलिस को दी गई तो सीओ अरुण कुमार सिंह, इंस्पेक्टर संजय तोमर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक दबंग वहां से जा चुके थे। पुलिस ने घटनास्थल की वीडियोग्राफी कराई और घायल हाजी सईद अहमद, नसीम अहमद, शिफा और अफरोज बेगम को सरकारी अस्पताल भिजवाया। पिछले साल नवंबर में भी की थी तोड़फोड़ पीड़ित अफरोज बेगम ने बताया कि 8 नवंबर 2024 को भी आरोपियों ने उसके मकान पर कब्जा करने की नीयत से तोड़फोड़ की थी। इस घटना की वीडियो उसके पास मौजूद है। आरोपी दबंग और भू माफिया किस्म के हैं। उनकी शासन-प्रशासन में अच्छी पैठ है, इसीलिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है। इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट इस मामले में अफरोज बेगम की तहरीर पर पुलिस ने मुख्य आरोपी हरिश्चंद्र पाल निवासी गांव शरीफनगर हाल निवासी आर्यनगर, सुरेंद्र कुमार निवासी शेखुपुर, टीकम सिंह निवासी जाजूनागर, मनोज शर्मा निवासी महादेवपुरम, टीकम भाटी, मोहन सिंह निवासी मोहल्ला बाजार, मोहम्मद आरिफ निवासी राजा गार्डन, अक्षय मंगलम निवासी जाजूनागर, मंजूर अहमद, शारिक निवासी मोहल्ला मदार नगर, आफताब, जावेद निवास इस्लामनगर के अलावा 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
hunger strike for justice

hunger strike for justice : सिस्टम की मार… इंसाफ के लिए भूख हड़ताल पर बैठा परिवार

लेखपाल और पुलिस पर भूमाफिया से साठगांठ कर जमीन पर अवैध कब्जा कराने का आरोप hunger strike for justice : बरेली। सरकारी तंत्र से परेशान होकर बरेली की मीरगंज तहसील के गांव बुझिया जागीर में रहने वाला परिवार भूख हड़ताल करने के लिए मजबूर हो गया है। भूमाफिया और सरकारी सिस्टम से परेशान होकर मां-बेटे ने सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इसके साथ ही इंसाफ न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। पीड़ित महिला नन्हीं देवी का आरोप है कि उनकी चार बीघा जमीन पर लेखपाल और पुलिस भू माफिया से साठगांठ करके अवैध कब्जा कर रही है। इसके चलते उन्हें जमीन से बेदखल किया जा रहा है। 25 मई 2022 को नन्हीं देवी ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर मामले में कार्रवाई की मांग की थी। डीएम को दिए प्रार्थना पत्र में नन्हीं देवी ने मानसिंह और उनके साथियों पर जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया था मगर तब से आज तक उन्हें इंसाफ नहीं मिला। नन्हीं देवी का कहना है कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई। उनका आरोप है कि लेखपाल आरोपियों के पक्ष में झूठी रिपोर्ट बनाकर दे देता है और अधिकारियों को गुमराह कर देता है। इससे त्रस्त होकर नन्हीं देवी और उनका बेटा बृहस्पतिवार को बरेली आकर दामोदर स्वरूप पार्क में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए। उनका कहना है कि जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिल जाता उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी, इसके बाद भी अगर कोई सुनवाई नहीं होती है तो वे आत्मदाह कर लेंगे। नन्हीं देवी ने बताया कि उनके पास मात्र चार बीघा जमीन है, जिसके जरिये ही उनके परिवार का गुजर बसर होता है। भूमाफिया, लेखपाल और पुलिस उन्हें जमीन पर कृषि कार्य नहीं करने दे रहे हैं। मजबूर होकर उन्होंने भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला लिया।
loot accused arrested

loot accused arrested : बरेली में छात्रा से लूट करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

loot accused arrested : बरेली। कोचिंग पढ़ने जा रही छात्रा का मोबाइल लूटकर भागे तीन लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सीबीगंज पुलिस ने मोबाइल लूट की घटना का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की बाइक, एक मोबाइल और चाकू बरामद किया है। सीबीगंज इलाके के गांव अटरिया में रहने वाली छात्रा प्रेमलता ने मोबाइल लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रेमलता के मुताबिक घटना के समय वह स्लीपर रोड पर कोचिंग पढ़ने के बाद अपने घर लौट रही थी। इस दौरान विमको फैक्टरी के सामने तीन युवक उसका मोबाइल लूटकर फरार हो गए। छात्रा की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने छानबीन के बाद तीन युवकों को पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने लूट की वारदात अंजाम देने की बात कुबूल की। पकड़े गए आरोपी इज्जतनगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला अशरफ खां छावनी निवासी राजा उर्फ अमन तिवारी, शाही कस्बे के मोहल्ला गांधी नगर निवासी अर्जुन और शाही के मोहल्ला पंतनगर निवासी सुनील हैं। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि उनके पास से मिली बाइक बरेली जिला अस्पताल से चोरी की गई थी। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ पहले भी मामले कई मामले दर्ज हैं। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक सुरेश चंद्र गौतम, एसओजी प्रभारी देवेंद्र सिंह धामा, सीबीगंज थाने के अपराध निरीक्षक सुभाष कुमार, एसआई सौरभ यादव, रविंद्र सिंह आदि शामिल हैं।