मथुरा। Brajraj utsav में सोमवार को गीत,संगीत और नृत्य की मनोरम छटाओं के साथ मीरा नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई, इसमें दो दर्जन से अधिक कलाकारों की टीम ने मोहक नृत्य के साथ दर्शकों का मन मोह लिया।
उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद, केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय, पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन की ओर से आयोजित Brajraj utsav में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित डिंपी मिश्रा के निर्देशन में नृत्य नाटिका मीरा का मंचन किया गया। करीब डेढ़ घंटे की नृत्य नाटिका में कृष्ण भक्त मीरा के जीवन चरित्र को प्रदर्शित किया गया, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के प्रति मीरा के अटूट विश्वास को दिखाया गया।

भक्तिकाल के महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों में शुमार मीरा एक साधन–संपन्न, राजकीय वर्ग में जन्मीं और पली–बढ़ीं थीं, जिस दुनिया को त्याग कर उन्होंने भक्ति मार्ग को चुना। एक राजकुमारी होने के बावजूद एक जोगन बनने का निश्चय किया। इसमें राजस्थानी लोक संस्कृति, भाषा, बोली और लोकनृत्यों का समावेश देखने को मिला।

गीत संगीत और नृत्य से परिपूर्ण नृत्य नाटिका मीरा के भावपूर्ण प्रस्तुतिकरण ने दर्शकों को प्रभावित किया। मीरा के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका ने दर्शकों को कृष्ण भक्ति में सराबोर कर दिया। इससे पूर्व स्थानीय कलाकारों ने प्रस्तुतियां दीं।

राजेश शर्मा के ब्रज फोक दर्शकों ने बहुत सराहा। इस प्रस्तुति पर जमकर तालियां गूंजी। दानी शर्मा और पंकज खंडेलवाल के गायन ने समा बांध दिया। चरकुला की प्रस्तुति देख लोग दांतों तले अंगुलियों दबाने को मजबूर हो गए। कीर्ति बल्लभ पाठक का सूफी संगीत की प्रस्तुति ने एक बार फिर भक्ति के रस घोल दिए। इस मौके पर ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह, डिप्टी सीईओ सतीश चंद्र, आरपी यादव, डॉ. अनूप शर्मा आदि मौजूद ने कलाकारों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
Brajraj utsav में आज
Brajraj utsav में आज जेएसआर मधुकर, कन्हैया लाल चतुर्वेदी का ध्रुपद गायन व हवेली संगीत और गायिका नम्रता सिंह के भजन की प्रस्तुति शाम 5 से 7:30 बजे तक होगी। इसके बाद मिश्रा बंधुओं की भजन संध्या होगी।
Brajraj Utsav : जीवंत हुई 5000 साल पुरानी श्रीकृष्ण की लीलाएं