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shahmeer thug gang

shahmeer thug gang : ठगी के धंधे से बनाई अपार संपत्ति, नोटों के ढेर से खेलते हैं बच्चे

shahmeer thug gang : बरेली। शाहमीर ठग गैंग मंडल भर में एक ही पैतरे पर ठगी को अंजाम देता आ रहा है। पहले तो यह गैंग जमीन में सोने के सिक्के या अशर्फियां दबे होने का दावा करता है फिर उसे निकालने के लिए जमीन मालिक से बच्चे की बलि या फिर काले हिरन की कस्तूरी की डिमांड करता है। यादि कोई वह भी नहीं कर पाता तो मोर की बलि मांगता है। चूंकि डिमांड ऐसी होती है जिसे पूरी कर पाना किसी के लिए संभव नहीं होता, ऐसे में यह गैंग रुपये लेकर खजाना खोजने के लिए होने वाले तंत्रमंत्र की प्रक्रिया पूरी करने का दवा करता है। फिर शिकार से इसके एवज में लाखों रुपये की धनराशि ऐंठ लेता है। ठगों के बच्चों का नोटों के ढेर के साथ खेलते एक वीडियो भी सामने आया है। शाहमीर गैंग ने इसी तरह पीलीभीत के न्यूरिया थाना क्षेत्र के गांव औरिया मजरा जनकपुरी निवासी प्रेमप्रसाद को निशाना बनाया। इस मामले में शाहमीर समेत एक अन्य आरोपी के खिलाफ एसपी के आदेश पर न्यूरिया थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। यह मामला मार्च 2024 का है। प्रेमप्रसाद के मुताबिक उनके पास डालचंद नाम सफाईकर्मी आया था। उसने बताया कि उसके घर पर एक गुरु जी आए हुए वह लोगों की समस्याओं का निवारण करते हैं। इसके बाद वह कथित गुरुजी को लेकर प्रेमप्रकाश के घर पहुंच गया। गुरुजी ने प्रेमप्रसाद से कहा कि उसके खेत में सोने के बिस्किट गढ़े हुए हैं। जिन्हें पाने के लिए पूजा अर्चाना करानी होगी। साथ ही काले हिरन का तीन तोला कस्तूरी दाना लाना होगा। अगर वह न मिले तो मोर की बलि देनी होगी। सोने की बिस्किट की बात सुनते ही प्रेमप्रसाद के मन में लालच आ गया। उन्होंने मोर की बलि देने से मना कर दिया लेकिन कस्तूरी दाना लाने के लिए 2 लाख 72 हजार रुपये जालसाजों को दे दिए। आरोपियों ने प्रेमप्रसाद को यह भी भरोसा दिलाया कि अगर काम नहीं हुआ तो वे उन्हें दोगुने रुपये वापस करेंगे मगर रुपये लेने के बाद शाहमीर और उसका साथी लापता हो गए। न ही खेत से खजाना निकला। इसी तरह शाहमीर ने मीरगंज के गांव कुतकपुर में रहने वाले ताराचंद को निशाना बनाया। ताराचंद ऑटो चलाते हैं। कचहरी पर उनकी मुलाकात शाहमीर के गुर्गे से हुई। उसने ताराचंद से उसकी परेशानी पूछी और उसके समाधान के लिए बिलवा पुल के पास बुलाया। बिलवा पुल पर वह पहुंचा तो शाहमीर ताराचंद को साथ लेकर उसके खेत पर पहुंचा। वहां मिट्टी खोदकर मंत्र पढ़ा और ताराचंद से कहा कि उसके खेत में अशर्फियां दबी हैं। कहा कि इन्हें निकालने के लिए उसे अपने बेटे की बलि देनी होगी लेकिन ताराचंद ने बेटे की बलि देने से इन्कार कर दिया। इस पर उसने बलि के विकल्प में काले हिरन का कस्तूरी दाना देने के बात कही। इसे खीदने के लिए एवज में 6 लाख 72 हजार रुपये खर्चा देने को कहा। ताराचंद ने रुपये दे दिए तो शाहमीर ने रात के वक्त खेत की खोदाई की। इस दौरान खेत से पीले रंग के चमकदार सिक्के निकले। 21 दिन से पहले खोला तो सोना हो जाएगा पीतल खेत से सिक्के निकलने के बाद ठग ने ताराचंद से कहा कि इन्हें घर में ले जाकर 21 दिन बाद खोलना अगर इससे पहले खोला तो सोना पीतल हो जाएगा। ताराचंद ने ऐसा ही किया और 21 दिन बाद कपड़ा हटाकर देखा तो उसमें पीतल के सिक्के थे। इस मामले की तहरीर ताराचंद ने पुलिस को दी थी। नोटों के बिस्तर पर लेटकर रील बना रहा ठग का बेटा सोशल मीडिया पर नोटों के गठ्ठर के साथ रील बनाकर एक ठग का बेटा अपलोड कर रहा है। रील में वह बैग से पांच-पांच सौ के नोटों की गड्डियां पलटते दिखाई दे रहा है। इसके अलावा बेड पर एक और नोटों का ढेर लगा दिख रहा है। बताया जा रहा है कि यह रकम करीब 50 लाख के आसपास है, जो लोगों को ठगकर इकट्ठा की गई है। पुलिस भी बनी ठगों की मददगार, नहीं किया गिरफ्तार ठगी के ज्यादातर मामलों में पुलिस की लापरवाही भी सामने आ रही है। पुलिस इन मामलों में या तो आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं करती, अगर कर भी लेती तो ठगों से साठगांठ कर मामले में लीपापोती कर देती है। पीलीभीत के न्यूरिया में शाहमीर गैंग ने जिन प्रेमप्रसाद को निशाना बनाया उस मामले में पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं की, बल्कि मामले में चार्जशीट भी लगा दी। पुलिस ने घटना के एक महीने बाद लगाई चार्जशीट इस मामले में न्यूरिया इंस्पेक्टर रूपा बिष्ट ने बताया कि ठगी के आरोप में प्रेमप्रसाद की ओर से शाहमीर और डालचंद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। पुलिस रिकॉर्ड में आरोपियों की गिरफ्तारी का कोई उल्लेख नहीं है। घटना की रिपोर्ट दर्ज करने के करीब एक महीने बाद इस मामले में चार्जशाीट कोर्ट में दाखिल कर दी गई थी।
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basant panchmi : बसंत पंचमी पर सजी गीत-संगीत की महफिल

basant panchmi : बरेली। गालों मुस्कुरालो वेलफेयर सोसायटी के सदस्यों ने रविवार को बसंत पंचमी पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया। सोसायटी की ओर से पवन विहार कॉलोनी में बसंत पंचमी पर ऑनलाइन गीत-संगीत से सजी महफिल गई। कार्यक्रम की शुरुआत रेनू श्रीवास्तव ने सरस्वती वंदना से की। इसके बाद संस्था की सभी सदस्यों ने गीत प्रस्तुत किया। सुरीली आवाज पर तालियों की गड़गड़ाहट से महफिल गूंजती रही। सदस्यों की हर प्रस्तुतियों पर दर्शक मंत्रमुग्ध हुए। संचालन अरुण शर्मा ने किया। गीत-संगीत से सजी महफिल देर शाम तक चलती रही, जिसका लोगों ने जमकर मजा लिया। ऑनलाइन गीत संगीत प्रोग्राम में बरेली, अमेरिका, भोपाल, इंदौर, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, मुंबई, महाराष्ट्र आदि शहरों से लोग जुड़े। अरुण शर्मा ने सभी सदस्यों को बसंत पंचमी की बधाई दी। 45 सदस्यों ने ऑनलाइन महफिल में भाग लिया। कंचन शर्मा ने मैंने रंग ली आज चुनरिया गीत गाया, मीना अरोड़ा पतझड़ सावन बसंत बहार, अजय अरोड़ा गुलाबी आंखें जो तेरी देखी, बेबी शर्मा ने हवा में उड़ता जाए मेरा लाल दुपट्टा, सुरेंद्र गुप्ता ने लाल छड़ी मैदान खड़ी, विजय शर्मा ने यह चांद सा रोशन चेहरा गीत गाकर वाहवाही बटोरी, अरुण शर्मा के गोरों की ना कालों की गीत पर महफिल झूम उठी। इस अवसर पर कंचन, बेबी शर्मा, प्रतीक शर्मा, अजय अरोरा, मीना, सुरेंद्र गुप्ता आदि उपस्थित रहे।
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thug gang : डेढ़ दशक से सक्रिय था शाहगीर गैंग, कई जिलों में फैला रखा था नेटवर्क

बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर के दर्जनों लोगों को बनाया ठगी का शिकार परिवारवाले भी अवैध धंधे में लिप्त, पुलिस गैंग के अन्य लोगों के बारे में कर रही छानबीन thug gang : बरेली। शाहमीर और उसके thug gang के सदस्य पिछले करीब डेढ़ दशक से ठगी के धंधे में लिप्त थे। उन्होंने कई जिलों में अपना नेटवर्क फैला रखा था। यह thug gang मंडल के चारों जिले बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर में दर्जनों वारदातों को अंजाम दे चुका था। जालसाज शाहमीर के परिवारवाले भी इस धंधे में लिप्त थे। आरोपी शाहमीर और उसके चार साथियों के पकड़े जाने के बाद बारादरी पुलिस गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। बदायूं के वजीरगंज थाना क्षेत्र के गांव बरोर निवासी मोहनलाल ने तीन दिन पहले बारादरी थाने में जालसाजी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के अनुसार कुछ दिनों पहले मोहनलाल किसी काम से बरेली के सेटेलाइट बस स्टैंड आए थे। जहां उनकी मुलाकात भूरा खां नाम के व्यक्ति से हुई। बातचीत के दौरान भूरा ने उनका हालचाल जानने के साथ यह पता कर लिया कि मोहनलाल समस्याओं से घिरे हुए हैं। भूरा ने मोहनलाल से कहा कि उनके घर पर किसी ने जादू टोना करा रखा है। इसलिए उनकी परेशानियां खत्म नहीं हो रहीं। यदि वह खुशहाल होना चाहते हैं तो वह एक तांत्रिक को जानता है जो उनकी परेशानी दूर कर देगा। भूरा के झांसे में आकर मोहनलाल उसे अपने घर ले गए। वहां रात भर रुकने के बाद सुबह को भूरा अपने घर चला गया। चार-पांच दिन बाद भूरा एक मौलवी और तीन अन्य लोगों के साथ मोहनलाल के घर पहुंचा और रात में जिन्न को बुलाने की बात कही। रात में सभी मोहनलाल के खेत पर पहुंचे। जहां मौलवी ने भस्म खाकर जिन्न को बुलाने का नाटक किया और पांचों जिन्न से बात करने का नाटक करने लगे। यह क्रिया करीब एक घंटे तक चली। इसके बाद मौलवी ने कहा कि उसके खेत में सोने के सिक्कों से भरा खजाना दबा है। पांचों ने खजाना ढूंढने के नाम पर मोहनलाल से 4 लाख 77 हजार रुपये ऐंठ लिए। हत्या का नाटक रचकर मांगी रकम मोहनलाल के मुताबिक 25 जनवरी को भूरा अपने साथ मौलवी और दो अन्य साथियों को लेकर पहुंचा और खजाना ढूंढने के लिए तंत्रमंत्र करने की बात कही। मोहनलाल से कलश मंगाकर खेत पर तंत्रमंत्र करने लगे। इसी बीच एक व्यक्ति वहां आया और मौलवी को गोली मार दी। मौलवी के सीने से खून बहता देख मोहनलाल घबराकर भाग गया। इसके बाद आरोपियों ने उसे कॉल करके बताया कि मौलवी की मौत हो गई है और उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखाया जाएगा। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। अगर वह दस लाख रुपये उन्हें दे देगा है तो उसके खिलाफ मुकदमा नहीं लिखाया जाएगा। इसके बाद छह लाख रुपये में सौदा तय हुआ। शक होने पर मोहनलाल ने मामले की तहरीर बारादरी थाने में दी। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर thug gang  के पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव अम्बरपुर निवासी शाहमीर खां, लियाकत खां और इकलास और रामपुर के थाना शहाबाद के गांव ओसी निवासी रजा व भूरा खां हैं। इनमें गैंग लीडर शहमीर खां है। पूछताछ के बाद पुलिस ने शाहमीर समेत पांचों आरोपियों को जेल भेज दिया। thug gang चलाकर करोड़पति बना शाहमीर सूत्रों के अनुसार करीब डेढ़ दशक पहले शाहमीर मजदूरी करता था। जालसाजी का धंधा शुरू करने के बाद वह कुछ ही सालों में करोड़पति बन गया। उसने बरेली जिले के अलावा पीलीभीत के माधोटांडा, पूरनपुर, जहानाबाद, बदायूं, शाहजहांपुर, रामपुर आदि जिलों में अपना नेटवर्क फैला रखा था। मामले की विवेचना चल रही है। आरोपी पहले भी कई लोगों को ठग चुके हैं। अगर कोई पीड़ित सामने आता है और तहरीर देता है तो उसे मुकदमे में शामिल कर लिया जाएगा। आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। उनसे जुड़े लोगों के बारे में छानबीन की जा रही है। – एसआई जावेद अख्तर, विवेचक झांसा : शातिर ठग… मालामाल करने का दिखाया ख्वाब और बना दिया कंगाल

power corporation : एक तरफ काम का भार… दूसरी तरफ छंटनी की मार

20 प्रतिशत छंटनी की घोषणा से सड़क पर आए विद्युत संविदा कर्मचारी असमंजस में कर्मचारी उम्र के आधिरी पड़ाव में कैसे चलाएंगे घर का खर्च power corporation : बरेली। power corporation में बढ़ते निजीकरण के प्रभाव ने विद्युत संविदा कर्मचारियों को ऐसे दोराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है, जहां कोई ठौर है न ठिकाना। एक तो पहले ही कर्मचारी काम के बोझ तले दबे हैं ऊपर से छंटनी की घोषणा ने रोजीरोटी छीनने का इंतजाम भी कर दिया है। छंटनी का सबसे ज्यादा डर उन कर्मचारियों को सता रहा है, जो उम्र के ऐसे पड़ाव पहुंच चुके हैं, जिन्हें इसके अलावा कोई और काम नहीं आता, न ही इस उम्र में उन्हें कहीं और नौकरी मिलने वाली। अगर नौकरी गई तो बच्चों का लालनपालन, उनकी पढ़ाई का खर्च और घर का चूल्हा कैसे जलेगा, यही चिंता उन्हें खाए जा रही है। ठेका कंपनी की घोषणा के बाद प्रदेश भर में संविदा कर्मचारी सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार ने अब तक उनकी सुध नहीं ली है। सेफ्टी किट की 3 साल से कर रहे मांग, कई गंवा चुके हैं जान संविदा कर्मचारी तीन साल से ठेकेदार से सेफ्टी किट की मांग कर रहे हैं मगर ठेका लेने वाली फर्म उनकी इस मांग को लगातार अनदेखा कर रही है, इसके बाद भी जान दांव पर लगाकर संविदा कर्मचारी बिजली व्यवस्था सुचारू बनाए रखने में लगे हुए हैं। सेफ्टी किट न होने की वजह से कई संविदा कर्मचारी जान गंवा चुके है या तो गंभीर रूप से झुलकर जिंदगी मौत से लड़ रहे हैं। चार घंटे तक तार पर झूलता रहा था शव बिथरी चैनपुर इलाके के नगरिया बिहार जप्ती में रहने वाले 50 वर्षीय संविदाकर्मी शेर सिंह फरीदपुर बिजलीघर के भिडौलिया फीडर पर तैनात थे। पिछले साल दिसंबर में रसुईसा रेलवे स्टेशन के पास खंभे का इंसुलेटर फट गया था, इससे 11केवी हाईटेंशन लाइन का तार टूट गया था। शेर सिंह शटडाउन लेकर हाईटेंशन लाइन का तार जोड़ रहे थे। इसी बीच उपकेंद्र से बिना शटडाउन वापस लिस सप्लाई चालू कर दी गई थी। इससे शेरसिंह की करंट से मौत हो गई थी। चार घंटे तक उनका शव खंभे पर तार पर लटका रहा था। मुसीबत में परिवार पर अब तक नहीं सरकारी इमदाद भमोरा थाना क्षेत्र के गांव लंगुरा में रहने वाले 33 वर्षीय राजवीर यादव पुत्र नत्थूलाल संविदा लाइनमैन थे। पिछले साल मई में रात के समय गांव की बिजली खराब हो गई। फॉल्ट ठीक करने के लिए राजवीर शटडाउन लेकर खंभे पर चढ़े थे। इसी दौरान सप्लाई चालू होने से करंट की चपेट में आकर उनकी मौत हो गई। राजवीर की मौत को करीब नौ महीने हो चुके हैं लेकिन उनके परिवार को अब तक पावर कारपोरेशन की ओर से मुआवजा नहीं दिया गया। उनके तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ा बेटा छह साल का है। जिंदगी मौत से जूझ रहा power corporation का संविदा लाइनमैन किला छवनी में रहने वाले विनोद राठौर इसी साल 15 जनवरी की दोपहर स्वालेनगर में 11 हजार केवी की हाईटेंशन लाइन की मरम्मत कर रहे थे। खंभे पर चढ़ने से पहले उन्होंने शटडाउन भी लिया था लेकिन मरम्मत के दौरान अचानक आपूर्ति चालू होने से वह करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से झुलस गए। उनका मिनी बाईपास रोड पर स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। विनोद की माली हालत काफी खराब है। साथी कर्मचारी चंदा करके उनके इलाज का खर्च उठा रहे हैं। ठेका फर्म की ओर से इस मामले में भी कोई मदद नहीं मिली है। विनोद राठौर भी बगैर सेफ्टी किट काम कर रहे थे। एक फरवरी से एक घंटा ज्यादा काम करेंगे कर्मचारी विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री देवेंद्र कुमार पांडेय प्रबंध निदेशक मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के नाम पत्र लिखकर एक फरवरी से सभी कर्मचारियों के एक घंटा अतिरिक्त कार्य करने का एलान किया है। पत्र के मुताबिक प्रबंध निदेशक मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के कार्यक्षेत्र में आने वाले 19 जनपदों के 965 विद्युत उपकेंद्रों के 4800 पोषकों से लगभग 1.98 करोड़ उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की जा रही है। इस कार्य में 29000 कर्मचारियों के स्थान पर 19000 की तैनाती है। कर्मचारियों की कमी की वजह से बड़े पैमाने पर दुर्घटनाएं हो रही हैं और अब कुल संख्या के लगभग 40% भाग के बराबर कर्मचारियों की छंटनी किए जाने से एक तरफ कर्मचारी बेरोजगार होंगे, वहीं दूसरी तरफ कर्मचारियों पर काम का भार बढ़ने से दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी होगी। इसके चलते संगठन ने मध्यांचल प्रबंधन का ध्यान बिजली आउटसोर्स कर्मचारियों कि समस्याओं के तरफ आकृष्ट करने के लिए 1 फरवरी से निर्धारित समय से 1 घंटा अधिक कार्य करने का निर्णय लिया है।
Leprosy Awareness Campaign

Leprosy Awareness Campaign : जागरूकता ही बीमारी से लड़ने का सबसे आसान तरीका

Leprosy Awareness Campaign : मथुरा। बीमारी कोई बड़ी नहीं होती बशर्ते सही समय पर उसका इलाज शुरू हो जाए लेकिन लापरवाही छोटी बीमारी को भी गंभीर स्थति में ले जाकर पहुंचा देती है। इसी के चलते राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान का शुभारंभ हुआ। जागरूकता अभियान के तहत बृहस्पतिवार को सीएमओ कार्यालय में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय कुमार वर्मा, डीसीपीएम डॉ. पारुल शर्मा और अर्बन कोऑर्डिनेटर फौजिया खानम ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। कुष्ठ निवारण दिवस पर शुरू हुए अभियान में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने कुष्ठ उन्मूलन के लिए शपथ ग्रहण की। इसके बाद जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया साथ ही जिलाधिकारी का संदेश पढ़ा गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि अभियान 30 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा। कुष्ठ रोग के बारे में जागरूकता और ज्ञान का अभाव कलंक, भेदभाव की ओर ले जाता है जिसके कारण कुष्ठ के संचरण और उपचार से संबंधित गलत धारणाएं समाज में फैलती हैं। कुष्ठ रोग से जुड़े कलंक एवं भेदभाव की समस्या को दूर करने के उद्देश्य और जागरूकता बढ़ाने के लिए वर्ष 2017 में स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी कुष्ठ निवारण दिवस पर 14 दिवसीय कुष्ठ पखवाड़े का आयोजन स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के रूप में किया जाएगा। जागरूकता ही बीमारी से लड़ने का सबसे अच्छा तरीका है। ग्राम पंचायत स्तर पर होगा बैठकों का आयोजन सीएमओ ने बताया कि अभियान के तहत जनपद की सभी ग्राम सभाओं में बैठक का आयोजन करते हुए पंचायती राज विभाग, ग्रामीण विकास, शहरी विकास, महिला और बाल विकास, सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग, समुदाय आधारित संगठन, गैर सरकारी संस्थान, स्वयं सहायता समूह के सहयोग व समन्वय से समाज में जागरूकता लाई जाएगी। नगर क्षेत्र में विद्यालयों, नगर निगम, आदि में जिलाधिकारी का संदेश पढ़ा जाएगा। माइकोबैक्टेरियम लेप्री जीवाणु से होता है कुष्ठ रोग राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. वीडी गौतम ने बताया कि माइकोबैक्टेरियम लेप्री नामक जीवाणु से कुष्ठ रोग होता है। इस रोग में मरीज के हाथों पैरों की परिधीय तंत्रिका, त्वचा, नाक की श्लेष्मा और ऊपरी श्वसन तंत्र प्रभावित होता है। कुष्ठ रोग का यदि समय पर उपचार न किया जाए तो शारीरिक विकलांगता हो सकती है। उन्होंने कहा कि कुष्ठ रोग से जुड़ा कलंक एवं भेदभाव मरीज के व्यवहारिक जीवन के कई पहलुओं जैसे कि सामाजिक स्तर, रोजगार के अवसर, विवाह एवं पारिवारिक जीवन को प्रभावित करता है, इसलिए समाज में जागरूकता लाने लिए अभियान चलाया जाएगा। रिफामपसिन दवा की सिगल डोज बैक्टीरिया का कर देती है खात्मा डॉ. वी.डी गौतम ने बताया कि ने बताया कि राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत कुष्ठ मुक्त भारत का सपना साकार करने के लिए कुष्ठ रोगियों के परिवार के स्वस्थ व्यक्तियों व उसके आस-पास के 10 घरों के स्वास्थ व्यक्तियों के (कॉन्टेक्टस) को कुष्ठ रोग से सुरक्षित रखने के लिए रिफामपसिन दवा की सिगल सुपरवाइज्ड डोज दिया जाना प्रारंभ किया गया है। इस रिफामपसिन दवा की मात्रा सिगल डोज बैक्टीरिया को 99.99 प्रतिशत खत्म कर देती है। इस दवा का व्यक्ति पर कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता है। उन्होंने बताया कि जनपद में अप्रैल 2024 से जनवरी 2025 तक 106 नये कुष्ठ मरीज खोजे गये हैं । सभी का इलाज शुरू कर दिया गया है। इस अवसर पर ,एसीएमओ डॉ. संजीव यादव, डॉ. आलोक कुमार, डॉ अनुज चौधरी, डॉ. पियूष सोनी, डॉ भूदेव सिंह, डॉ अनुज यादव, डॉ चित्रेश कुमार, डीपीएम संजय सिहोरिया, डीएचईआईओ जितेन्द्र सिंह, आर.के सिंह , आर.डी यादव, ज्ञानेंद्र सिंह, नेहा चौबे, रागिनी तथा एनएमटीसी की छात्राएं और आशाएं उपस्थित रहे | उपचार पीबी- (पॉसी बेसिलरी) छह माह तक इलाज एमबी- (मल्टी बेसिलरी) 12 माह तक इलाज कुष्ठ रोग के सामान्य लक्षण • शरीर का कोई भी दाग धब्बा जिस पर सुन्नपन हो, उसमें खुजली ना हो,उसमें पसीना ना आता हो कुष्ठ रोग हो सकता है • शरीर की संवेदना वाहक नसों में मोटापन व दर्दीलापन कुष्ठ रोग का लक्षण हो सकता है। जांच व इलाज ना कराने पर विकलांगता आ सकती है। • कान की पाली का मोटा होना व कान पर गांठे होना। ये हैं लक्षण • शरीर का कोई भी दाग धब्बा जिस पर सुन्नपन हो • उसमें खुजली न हो, पसीना न आता हो, कुष्ठ रोग हो सकता है • कान पर गांठे होना, • हथेली और तलवों पर सुन्नपन हो

साहब! आपके लिए होगा आयुष्मान, हमारे लिए तो अभिशाप है

निजी अस्पतालों का 150 करोड़ का भुगतान अटका, डॉक्टरों ने किया आंदोलन का एलान बरेली। आयुष्मान भारत योजना शहर के निजी अस्पतालों के लिए अभिशाप बन गई है। पिछले करीब छह महीनों से आयुष्मान योजना के तहत किए गए मरीजों का इलाज का भुगतान न होने से निजी अस्पतालों के संचालकों में  नाराजगी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का दावा है कि जिले के निजी अस्पतालों का करीब 150 करोड़ रुपये का भुगतान रुका हुआ है। आईएमए ने चेतावनी दी कि यदि भुगतान जल्द नहीं किया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। बुधवार को सिविल लाइंस स्थित आईएमए हॉल में हुई बैठक में आईएमए बरेली अध्यक्ष डॉ. आरके सिंह ने कहा कि भुगतान में देरी और अनुचित कटौती के कारण निजी अस्पतालों और नर्सिंग होम संचालकों की आर्थिक स्थिति बिगड़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि कई अस्पतालों को म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट तक तोड़ने की नौबत आ गई है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता प्रभावित हो रही है। डॉ. आरके सिंह ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी झूठे दावे कर रहे हैं, और पिछले छह महीने से आयुष्मान योजना के तहत कोई भुगतान नहीं किया गया है। बैठक में जिले के 40 से अधिक डॉक्टरों ने अपने लंबित भुगतान का ब्योरा दिया, जिससे स्पष्ट हुआ कि केवल बरेली में 150 करोड़ से अधिक की राशि बकाया है। यदि निजी मेडिकल कॉलेजों को भी इसमें शामिल किया जाए तो यह आंकड़ा 200 करोड़ से अधिक हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग का दावा 87 प्रतिशत हो चुका भुगतान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आईएमए के आरोपों को खारिज किया। अधिकारियों का कहना है कि जिले में 238 अस्पताल आयुष्मान भारत योजना से जुड़े हुए हैं, जिनमें 178 निजी और 60 सरकारी अस्पताल शामिल हैं।स्वास्थ्य विभाग के अनुसार इस योजना के तहत 87 प्रतिशत भुगतान पहले ही किया जा चुका है। केवल 13 प्रतिशत राशि तकनीकी कारणों से रुका हुआ है, जिसे जल्द जारी कर दिया जाएगा। डॉ. प्रमेंद्र महेश्वरी ने बताया स्वास्थ्य विभाग का दावा गलत है। स्वास्थ्य विभाग जिन 87 प्रतिशत भुगतान की बात कर रहा है, वह छह महीने पहले की स्थिति थी। वर्तमान में 10 प्रतिशत फाइलें भुगतान प्रक्रिया में शामिल ही नहीं हुई हैं। कई मामलों में जानबूझकर आपत्ति लगाकर फाइलें रिजेक्ट की जा रही हैं। डॉ. प्रमेंद्र महेश्वरी ने कहा, “स्वास्थ्य विभाग का यह दावा पूरी तरह गलत है। हमें छह महीने से कोई पैसा नहीं मिला है। यह सिर्फ बरेली की बात नहीं है, पूरे प्रदेश में छोटे अस्पतालों का लाखों और बड़े अस्पतालों का करोड़ों रुपये बकाया है। आईएमए ने आंदोलन की दी चेतावनी बैठक में सरकार से जल्द भुगतान करने और अनुचित कटौती बंद करने की मांग की गई। अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आईएमए के बैनर तले उग्र आंदोलन शुरू किया जाएगा। बैठक में प्रमुख रूप से आईएमए सचिव डॉ. रतनपाल, कोषाध्यक्ष डॉ. शिवम, उपाध्यक्ष डॉ. डीपी गंगवार, डॉ. प्रमेंद्र महेश्वरी, डॉ. गौरव गर्ग, डॉ. शालिनी महेश्वरी, आयुष्मान टास्क फोर्स के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र गंगवार, डॉ. शरद, डॉ. अजय अग्रवाल, डॉ. अजय भारती, डॉ. निकुंज गोयल, डॉ. राजीव गोयल, डॉ. अतुल श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। आयुष्मान योजना में 70 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों का इलाज भी किया जा सकेगा, ऐसे मरीज़ों में ज़्यादातर डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, किडनी और दिल को बीमारियां होती है, जिनके लिए विशेषज्ञ डाक्टर और अतिरिक्त जीवन रक्षक दवाइयों की ज़रूरत होती है जो पचास साल या कम उम्र के मरीज़ों में नहीं होती पर दोनों प्रकार के मरीज़ों के लिए आयुष्मान का पैकेज बराबर है, जबकि बुजुर्गों में अतिरिक्त दवाई और जांचे भी होनी चाहिए, उनके लिए अलग से पैसे का प्रावधान नहीं किया गया है, जो कि होना चाहिए। – डॉ प्रमेन्द्र माहेश्वरी, अध्यक्ष बरेली नर्सिंग होम एसोसियेशन
accident in bareilly

accident in bareilly : रोडवेज बस से टकराई ईको, दो लोगों की मौत

बरेली-पीलीभीत हाईवे पर नवाबगंज इलाके में हादसा दोनों पीलीभीत के रहने वाले थे, तेज रफ्तार बनी वजह accident in bareilly : बरेली। यूपी के जिला बरेली के थाना नवाबगंज क्षेत्र में बुधवार सुबह बरेली-पीलीभीत हाईवे पर तेज रफ्तार ने दो लोगों की जान ले ली। बरेली-पीलीभीत हाईवे पर दौड़ती रोडवेज बस ने सामने से आई ईको वैन में टक्कर मार दी। इसमें गंभीर चोटें आने से दो लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन यात्री घायल हो गए। हादसा बुधवार सुबह करीब नौ बजे बरेली-पीलीभीत हाईवे पर नवाबगंज थाना क्षेत्र में इनायतपुर गांव के पास हुआ। ईको पीलीभीत से सवारियां लेकर बरेली जा रही थी। वहीं रोडवेज बस बरेली से पीलीभीत जा रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार रोडवेज बस की रफ्तार काफी तेज दी। इनायतपुर गांव के पास पहुंचने पर बस बेकाबू होने के बाद सामने से आ रही ईको से जा भिड़ी। टक्कर लगने से ईको क्षतिग्रस्त हो गई और उसमें बैठे आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। हादसे के बाद ईको के अंदर चीखपुकार मची तो आसपास मौजूद लोग दौड़कर मौके पर जा पहुंचे। लोगों ने ईको का दरवाजा खोलकर उसमें फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। मगर तब तक दो लोगों की मौत हो चुकी थी।मृतकों में पीलीभीत के थाना बरखेड़ा क्षेत्र के ग्राम पौटा कला निवासी इकबाल अहमद (30) और थाना न्यूरिया क्षेत्र के गांव मुड़िया रतनपुरी निवासी 65 साल के चेतराम शामिल हैं। इकबाल सब्जी का काम करते थे, जो सब्जी खरीदने के लिए बरेली मंडी समिति जा रहे थे। वहीं, चेतराम अपनी आंखों का इलाज कराने पत्नी सोमवती और रिश्तेदार श्यामलाल के साथ बरेली के एक निजी अस्पताल जा रहे थे। हादसे की सूचना मिलते ही नवाबगंज थाना पुलिस मौके पर जा पहुंची और घायलों को इलाज के लिए सीएचसी भिजवाया। पोस्टमार्टम के बाद मृतकों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए। ईको में मानक से ज्यादा भरी थीं सवारियां बरेली सेटेलाइट बस स्टैंड से पीलीभीत तक ईको समेत कई डग्गामार गाड़ियां चलती हैं। मगर पुलिस इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है। ईको में सात सवारियां बैठाने का नियम है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जिस ईको से हादसा हुआ उसमें 12 सवारियां बैठी थीं।

झांसा : शातिर ठग… मालामाल करने का दिखाया ख्वाब और बना दिया कंगाल

खेत में खजाना दबा होने का झांसा देकर मौलवी ने ग्रामीण से पांच लाख ठगे हत्या का नाटक करके 6 लाख रुपये की और की मांग, 5 आरोपी गिरफ्तार बरेली। बदायूं के एक ग्रामीण से जालसाजों ने खेत में खजाना दबा होने का झांसा देकर करीब पांच लाख रुपये ठग लिए, इसके बाद अपने एक साथ से खुद पर गोली चलवाकर हत्या का नाटक रचकर छह लाख रुपये और मांगे। ग्रामीण ने शक होने पर आरोपियों के खिलाफ बारादरी थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसके बाद पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बृहस्पतिवार को ट्रेनी आईपीएस देवेंद्र कुमार ने बारादरी थाने में घटना का खुलासा किया। बदायूं के वजीरगंज थाना क्षेत्र के गांव बरोर में रहने वाले मोहनलाल के मुताबिक कुछ समय पहले वह किसी काम से बरेली के सेटेलाइट बस स्टैंड आए थे। जहां उनकी मुलाकात भूरा खां नाम के व्यक्ति से हुई। बातचीत के दौरान भूरा ने उनका हालचाल जानने के साथ यह भी पता कर लिया कि वह समस्याओं से घिरे हुए हैं। भूरा ने मोहनलाल से कहा कि उनके घर पर किसी ने जादू टोना करा रखा है इसलिए उनकी परेशानियां खत्म नहीं हो रहीं। यदि वह खुशहाल होना चाहते हैं तो वह एक तांत्रिक को जानता है जो उनकी परेशानी दूर कर देगा। भूरा ने मोहनलाल को इतने भरोसे में ले लिया कि वह उसे सेटेलाइट से बदायूं अपने साथ अपने घर ले गए। रात भर भूरा मोहनलाल के घर पर रुका। सुबह जल्द वापस आने की बात कहकर चला गया। चार-पांच दिन बाद भूरा एक मौलवी और तीन अन्य लोगों के साथ मोहनलाल के घर पहुंचा और रात में जिन्न को बुलाने की बात कही। रात में सभी मोहनलाल के खेत पर पहुंचे। जहां मौलवी ने भस्म खाकर जिन्न को बुलाने का नाटक किया और पांचों जिन्न से बात करने का नाटक करने लगे। यह क्रिया करीब एक घंटे तक चली। इसके बाद मौलवी ने कहा कि उसके खेत में सोने के सिक्कों से भरा खजाना दबा है। पांचों ने खजाना ढूंढने के नाम पर मोहनलाल से 4 लाख 77 हजार रुपये ऐंठ लिए। हत्या का नाटक रचकर मांगे 6 लाख मोहनलाल के मुताबिक 25 जनवरी को भूरा अपने साथ मौलवी और दो अन्य साथियों को लेकर पहुंचा और खजाना ढूंढने के लिए तंत्रमंत्र करने की बात कही। मोहनलाल से कलश मंगाकर खेत पर तंत्रमंत्र करने लगे। इसी बीच एक व्यक्ति वहां आया और मौलवी को गोली मार दी। मौलवी के सीने से खून बहता देख मोहनलाल घबराकर भाग गया। इसके बाद आरोपियों ने उसे कॉल करके बताया कि मौलवी की मौत हो गई है और उसके खिलाफ हत्या का मुकदमा लिखाया जाएगा। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। अगर वह दस लाख रुपये उन्हें दे देगा है तो उसके खिलाफ मुकदमा नहीं लिखाया जाएगा। इसके बाद छह लाख रुपये में सौदा तय हुआ। शक होने पर मोहनलाल ने मामले की तहरीर बारादरी थाने में दी। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को विकास भवन के पास खाली मैदान से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम शाहमीर खां, लियाकत खां और इकलास निवासी गांव अंबरपुर थाना भोजीपुरा बरेली और दो ने मोहम्म्द रजा व भूरा खां निवासी गांव ओसी थाना शहाबाद रामपुर बताए। आरोपियों के पास से 27000 नकद, एक कार, नकली सोने के 18 सिक्के तमंचा आदि बरामद हुए हैं। थाना बारादरी पुलिस द्वारा तंत्र मंत्र कर खजाना खोजने व नकली हत्या का षडयन्त्र कर पैसा वसूलने वाले गैंग के 05 अभियुक्तों को घटना में प्रयुक्त कार, कलश, नकली पीली धातु के 18 सिक्क, अवैध असलाह, चाकू आदि समान सहित गिरफ्तार करने के सम्बन्ध में अ0पु0अ0/सीओ सिटी तृतीय, बरेली की बाइट। https://t.co/hgRCCifGna pic.twitter.com/3lyS1PMo8p — Bareilly Police (@bareillypolice) January 30, 2025 रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर परेशानहाल लोगों को बनाते थे निशान पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पांचों आपस में रिश्तेदार हैं। गिरोह में भूरा का काम रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर ऐसे लोगों की तलाश करना था, जिनके घर में कोई न कोई परेशानी चल रही हो। भूरा ऐसे लोगों को झांसे में लेकर मौलवी का किरदार निभाने वाले मोहम्मद रजा से मिलवाता था। फिर इकलास, लियाकत और शाहमीर के साथ उस व्यक्ति के घर जाते थे। पांचों उस व्यक्ति को भरोसा दिलाते थे कि उसके घर में किसी ने कुछ जादू टोना कर रखा है। एक साथी चलाता था गोली, मौलवी फोड़ता था खून से भरा गुब्बरा तंत्र क्रिया की रात मौलवी अपने सीने में बकरे या मुर्गे के खून से भरा गुब्बारा बांधकर आता था और जैसे ही उनका साथी नकली गोली चलाता था। मौलवी गुब्बरा फोड़कर गिर जाता था। इससे संबंधित व्यक्ति को लगता था कि मौलवी को गोली लग गई और वह उसे खून से लथपथ देख घबरा जाता। फिर हत्या के आरोप में उसे फंसाने की धमकी देकर रकम ऐंठते थे।
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Bareilly College : बच्चों को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने में मदद करेंगे टैबलेट : प्रो. राजेंद्र सिंह

Bareilly college : बरेली। बरेली कॉलेज में बुधवार को छात्र-छात्राओं को टैबलेट वितरित किए गए। प्राचार्य प्रो ओपी राय और चीफ प्रॉक्टर डॉ आलोक खरे ने टैबलेट का वितरण किया। टैबलेट पाने वालों में एमए, एमएससी, एम कॉम के 109 और पीएचडी के 42 छात्र-छात्राएं शामिल रहे। टैबलेट पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे। इस अवसपर पर नोडल अधिकारी प्रो. राजेंद्र सिंह ने कहा कि यह टैबलेट्स छात्र-छात्राओं को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने में मदद करेंगे, और उनके लिए नौकरी के अवसर पैदा करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने राज्य के करीब एक करोड़ स्टूडेंट्स को फ्री मोबाइल फोन और टैबलेट बांटने की योजना बनाई है। यूपी सरकार तकनीकी, चिकित्सा और नर्सिंग संस्थानों से ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट स्टूडेंट को फ्री टेबलेट और स्मार्टफोन दे रही है। इस अवसर पर प्रो. एनबी सिंह, प्रो. एमबी कलहंस, डॉ. संदीप रघुवंशी, पाखी अरोड़ा, अनुराग जायसवाल आदि मौजूद रहे।
curruption in police

corruption in police : 10 हजार रुपये घूस लेते पकड़ा गया दीवान, बरेली में 3 एसआई के खिलाफ कार्रवाई

– बरेली की एंटी करप्शन टीम ने की कार्रवाई, बिनावर थाने में एफआईआर दर्ज corruption in police : बदायूं। बरेली की एंटी करप्शन टीम ने सिविल लाइन कोतवाली की भगत सिंह चौक चौकी के सिपाही को रुपये लेते गिरफ्तार किया। टीम ने थाना बिनावर में सिपाही के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज कराई और अपने साथ बरेली ले गई। वहीं बरेली में विवेचना लांबित मिलने पर एसएसपी अनुराग आर्य ने बिथरी चैनपुर थाने में तैनात तीन दरोगाओं के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। बदायूं की सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र में रहने वाले शादाब के प्लाट को लेकर विवाद चल रहा है। विलाल उद्दीन ने भगत सिंह चौकी पुलिस को एक शिकायती पत्र दिया था। इस पर चौकी के हेड कांस्टेबल मनोज भार्गव ने मामला निस्तारित करने के बदले शादाब से 10 हजार रुपये की मांग की थी। आरोप है कि शादाब ने रुपये न होने की बात कही तो दीवान मनोज ने मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की धमकी दी। परेशान होकर शादाब ने बरेली जाकर एंटी करप्शन टीम से शिकायत की और साक्ष्य प्रस्तुत किए। बुधवार को एंटी करप्शन की टीम ने बदायूं पहुंचकर एसएसपी से संपर्क किया। ट्रैप प्रभारी और प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सान्याल ने योजना के तहत दोपहर बाद लगभग साढ़े तीन बजे शादाब को 10 हजार रुपये लेकर चौकी पर मौजूद हेड कांस्टेबल मनोज के पास भेजा। एंटीकरप्शन की टीम भी मौके पर जाकर इधर उधर फैल गई। शादाब के देने पर हेड कांस्टेबल ने घूस के रुपये हाथ में थाम लिए। इस पर वहां मौजूद एंटी करप्शन टीम ने दीवान मनोज को रंगेहाथ पकड़ लिया। दीवान ने मौके से भागने की कोशिश की लेकिन वह नाकाम रहा। यह देखकर वहां राहगीरों की भीड़ जमा हो गई। एंटी करप्शन की टीम मनोज को अपने साथ थाना बिनावर ले गई। उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। लखीमपुर खीरी का रहने वाला है आरोपी दीवान घूसखोरी के आरोप में पकड़ा गया हेड कांस्टेबल मनोज जिला लखीमपुर खीरी के थाना ईशानगर के गांव रायपुर का रहने वाला है। इससे पहले भी उसके घूसखोरी के कई मामले सामने आए थे। बिथरी थाने के तीन सब इंस्पेक्टरों को कार्य में लापरवाही पड़ी भारी बरेली। बिथरी चैनपुर थाने में तैनात तीन सबइंस्पेक्टरों को कार्य में लापरवाही करना भारी पड़ गया। एसएसपी ने तीनों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। वहीं अच्छा काम करने पर एक दरोगा और तीन सिपाहियों को एसएसपी ने इनाम दिया है। दअसल एसएसपी अनुराग आर्य बुधवार को बरेली के बिथरी चैनपुर थाने का निरीक्षण करने पहुंचे थे। सबसे पहले उन्होंने परेड की सलामी ली। इसके बाद थाना परिसर में भ्रमण कर सफाई व्यवस्था देखी। एसएसपी ने निरीक्षण के दौरान कुछ लोगों से बातचीत की। साथ ही लोगों से अच्छी पुलिसिंग के लिए सुझाव लिए। एसएसपी ने लोगों की शिकायतें भी सुनीं। एसएसपी ने बरेली पुलिस का गोपनीय नंबर देने के साथ क्षेत्र की सूचनाएं देने की लोगों से अपील की। कुछ लोगों ने थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर रणधीर सिंह की तारीफ की। इस पर एसएसपी ने दरोगा रणधीर को 2500 रुपये का इनाम दिया। निरीक्षण के दौरान थाने के अभिलेखों की जांच करने पर एसएसपी ने पाया कि तीन सब इंस्पेक्टरों की विवेचनाएं काफी लंबित हैं। कार्य में लापरवाही पाए जाने पर एसएसपी ने तीनों विवेचकों के खिलाफ जांच के निर्देश दिए हैं।
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Bithri CHC

Bithri CHC में फार्मासिस्ट ने शराब पीकर किया हंगामा, कपड़े उतारकर हुआ नग्न

Bithri CHC : यूपी के बरेली में बिथरी चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक फार्मासिस्ट ने शराब के नशे में जमकर हंगामा किया, इसके बाद सबके सामने ही अपने कपड़े उताकर नग्न हो गया। फार्मासिस्ट की इस हरकत से पूरा अस्पताल शर्मसार हो गया। बताते हैं कि यह फार्मासिस्ट अक्सर शराब के नशे में रहता है और स्टाफ से भी बदसलूकी करता है। घटना का वीडियो वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग की काफी बदनामी हो रही है। यह घटना छह फरवरी की बताई जा रही है। बतातें है कि कुछ दिन पहले फार्मासिस्ट ने एक ट्रेनी छात्र से इंटर्नशिप सर्टिफिकेट जारी करने के एवज में पांच हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। छात्र ने मोबाइल पर उसके साथ हुई बातचीत की कॉल रिकॉर्ड कर ली थी। इसके बाद रिकार्डिंग अधिकारियों को सौंपकर शिकायत कर दी थी। शिकायत से बौखलाया फार्मासिस्ट छह फरवरी को नशे में धुत होकर सीएचसी आया और गालीगलौज करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। वह नशे में इतना टुन्न था कि स्टाफ ने जब उससे हंगामा करने का कारण पूछते हैं तो स्पष्ट बोल भी नहीं पा रहा था। इसी बीच उसने अपने कपड़े उतारकर फेंक दिए और नग्न अवस्था में फर्श पर ही लेट गया। फार्मासिस्ट की इस हरकत से पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। फार्मासिस्ट की इस हरकत ने महिला मरीजों और स्टाफ को शर्म से पानी पानी कर दिया। बताते हैं कि काफी देर तक फार्मासिस्ट नग्न अवस्था में अस्पताल में पड़ा रहा। सरकारी दवा बेचने पर हटाया गया था पहले इस फार्मासिस्ट पर पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। इस घटना से पहले बिथरी सीएचसी में तैनाती के दौरान इसने दवाएं बेच दी थीं, तब इसे बिथरी से हटाकर फरीदपुर सीएचसी स्थानांतरित कर दिया गया था मगर वहां भी यह लोगों से पैसे की डिमांड करने लगा। गंभीर आरोप लगने के बाद किसी तरह साठगांठ करके फिर वापस बिथरी सीएचसी आ गया। बिथरी चैनपुर सीएचसी की अधीक्षक डॉ. उत्तरा शर्मा ने मामले की जानकारी से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि सीएचसी के स्टाफ का शराब पीने का वीडियो वायरल होने की जानकारी उन्हें नहीं है। उन्होंने वीडियो भी नहीं देखा है। इसलिए इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
blast in manjha factory

blast in manjha factory : बरेली में मांझा फैक्टरी में विस्फोट, तीन लोगों के उड़े चिथड़े

blast in manjha factory : बरेली। देश-विदेश में मांझे के लिए मशहूर उत्तर प्रदेश के शहर बरेली में मांझा फैक्टरी में विस्फोट होने से तीन लोगों की मौत हो गई। विस्फोट शुक्रवार सुबह उस वक्त हुआ जब फैक्टरी मालिक अपने बेटे और कारीगर के साथ मांझे को धारदार बनाने के लिए केमिकल का मिश्रण तैयार करा रहे थे। हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। अन्य घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बरेली के किला थाना क्षेत्र में बाकरगंज इलाका मांझा निर्माण का गढ़ माना जाता है। यहां बनने वाला मांझा देश-विदेश में सप्लाई होता है। बाकरगंज इलाके में बड़ी संख्या में लोग मांझा बनाने का कारोबार करते हैं। यहां के ज्यादातर लोग इसी मांझा निर्माण के कारोबार से जुड़े हैं और अमूमन हर घर में मांझा बनाने का काम होता है। बताया जाता है कि मांझा निर्माण में गंधक पोटाश का भी इस्तेमाल होता है, जिसकी वजह से घरों में गंधक पोटाश का भंडारण किया जाता था। शुक्रवार सुबह फैक्टरी मालिक अतीक रजा खान अपनी फैक्टरी में मांझे को धारदार बनाने के लिए केमिकल तैयार करा रहे थे। केमिकल के मिश्रण में शीशे के साथ गंधक पोटाश को भी मिलाया जा रहा था। अतीक के पास ही फैजान और सरताज भी खड़े थे। तभी अचानक विस्फोट हो गया, जिससे तीनों की मौत हो गई। धमाके के बाद इलाके में फैली दहशत, घर से बाहर दौड़े लोग शुक्रवार सुबह जोरदार धमाका होने पर इलाके में दहशत फैल गई। जोरदार धमाके की आवाज सुनते ही लोग घरों के बाहर दौड़ पड़े। सूचना पर पुलिस भी फिल्ड यूनिट के साथ मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल पर छानबीन कर नमूने एकत्र किए। शुरुआती जांच में पुलिस इसे हादसा मान रही है। सीओ सेकंड संदीप सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि शीशे और गंधक पोटाश का मिश्रण तैयार करने के दौरान हादसा होने की बात सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पहले भी सिरौली की पटाखा फैक्टरी में हुआ था विस्फोट यह पहली बार नहीं जब विस्फोटक के भंडारण की वजह से बरेली में हादसा हुआ है, इससे पहले भी बरेली के सिरौली में पटाखा फैक्टरी में विस्फोट होने से बड़ा हादसा हुआ था, इसमें भी कई लोगों की जान गई थी। इस हादसे के बाद प्रशासन ने कहीं भी विस्फोटक सामग्री का भंडारण न होने देने का दावा किया था, इसके बाद बाकरगंज में घटना हो गई। बताते हैं कि बरेली के बाकरगंज में मांझा फैक्टरियों के गोदाम में बड़ी संख्या में अवैध रूप से विस्फोटक सामग्री का भंडारण किया जाता है।
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Bareilly News : मकान पर कब्जा करने के लिए दबंगों ने चलाया बुलडोजर, पथराव कर फैलाई दहशत, 4 घायल, 12 नामजद समेत 20 अज्ञात पर रिपोर्ट

Bareilly News : बरेली जनपद के कस्बा बहेड़ी में नैनीताल हाईवे के किनारे मकान पर कब्जा करने के लिए दबंगों ने उस वक्त बुलडोजर चला दिया जब परिवारवाले अंदर सो रहे थे। हथियारों और लाठी-डंडों से लैस दबंगों ने काफी देर तक इलाके में दहशत फैलाई। घटना में चार लोग घायल हो गए। पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने 12 लोगों को नामजद करते हुए 20 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बहेड़ी के मोहल्ला शिकोहीनगर में रहने वाली अफरोज बेगम ने पुलिस को बताया कि वर्षों पहले उन्होंने नैनीताल हाईवे किनारे मकान खरीदा था। इस मकान पर हरीशचंद्र पाल की नीयत खराब है। वह उनके मकान पर कब्जा करना चाहता है। बृहस्पतिवार सुबह 6:30 बजे हरिश्चंद्र अपने 15-20 साथियों के साथ दो बुलडोजर लेकर उनके मकान के बाहर आया और बुलडोजर चलाकर मकान तोड़ डाला, इससे मकान के अंदर सो रहे चार लोग घायल हो गए। कई अन्य लोगों के चोटें आईं हैं। विरोध पर किया पथराव, घटना सीसीटीवी में कैद अफरोज ने बताया कि अचानक मकान गिरने पर परिवारवालों की आंख खुली। उन्होंने बाहर आकर विरोध किया तो आरोपियों ने पथराव शुरू कर दिया। दबंग नाजायज हथियार और लाठी-डंडों से लैस थे। आरोपियों ने घरवालों के साथ मारपीट की और महिलाओं के साथ छेड़खानी की। इतना ही नहीं विरोध करने पर महिलाओं को उठा ले जाने की धमकी दी। बुलडोजर से मकान तोड़ने की घटना पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें दबंग बुलडोजर से मकान गिराते और पथराव करते दिख रहे हैं। पुलिस ने फुटेज अपने कब्जे में ले ली है। देखें घटना का वीडियो… पुलिस के पहुंचने से पहले भागे दबंग घटना की सूचना जब पुलिस को दी गई तो सीओ अरुण कुमार सिंह, इंस्पेक्टर संजय तोमर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक दबंग वहां से जा चुके थे। पुलिस ने घटनास्थल की वीडियोग्राफी कराई और घायल हाजी सईद अहमद, नसीम अहमद, शिफा और अफरोज बेगम को सरकारी अस्पताल भिजवाया। पिछले साल नवंबर में भी की थी तोड़फोड़ पीड़ित अफरोज बेगम ने बताया कि 8 नवंबर 2024 को भी आरोपियों ने उसके मकान पर कब्जा करने की नीयत से तोड़फोड़ की थी। इस घटना की वीडियो उसके पास मौजूद है। आरोपी दबंग और भू माफिया किस्म के हैं। उनकी शासन-प्रशासन में अच्छी पैठ है, इसीलिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है। इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट इस मामले में अफरोज बेगम की तहरीर पर पुलिस ने मुख्य आरोपी हरिश्चंद्र पाल निवासी गांव शरीफनगर हाल निवासी आर्यनगर, सुरेंद्र कुमार निवासी शेखुपुर, टीकम सिंह निवासी जाजूनागर, मनोज शर्मा निवासी महादेवपुरम, टीकम भाटी, मोहन सिंह निवासी मोहल्ला बाजार, मोहम्मद आरिफ निवासी राजा गार्डन, अक्षय मंगलम निवासी जाजूनागर, मंजूर अहमद, शारिक निवासी मोहल्ला मदार नगर, आफताब, जावेद निवास इस्लामनगर के अलावा 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
hunger strike for justice

hunger strike for justice : सिस्टम की मार… इंसाफ के लिए भूख हड़ताल पर बैठा परिवार

लेखपाल और पुलिस पर भूमाफिया से साठगांठ कर जमीन पर अवैध कब्जा कराने का आरोप hunger strike for justice : बरेली। सरकारी तंत्र से परेशान होकर बरेली की मीरगंज तहसील के गांव बुझिया जागीर में रहने वाला परिवार भूख हड़ताल करने के लिए मजबूर हो गया है। भूमाफिया और सरकारी सिस्टम से परेशान होकर मां-बेटे ने सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इसके साथ ही इंसाफ न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। पीड़ित महिला नन्हीं देवी का आरोप है कि उनकी चार बीघा जमीन पर लेखपाल और पुलिस भू माफिया से साठगांठ करके अवैध कब्जा कर रही है। इसके चलते उन्हें जमीन से बेदखल किया जा रहा है। 25 मई 2022 को नन्हीं देवी ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर मामले में कार्रवाई की मांग की थी। डीएम को दिए प्रार्थना पत्र में नन्हीं देवी ने मानसिंह और उनके साथियों पर जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया था मगर तब से आज तक उन्हें इंसाफ नहीं मिला। नन्हीं देवी का कहना है कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई। उनका आरोप है कि लेखपाल आरोपियों के पक्ष में झूठी रिपोर्ट बनाकर दे देता है और अधिकारियों को गुमराह कर देता है। इससे त्रस्त होकर नन्हीं देवी और उनका बेटा बृहस्पतिवार को बरेली आकर दामोदर स्वरूप पार्क में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए। उनका कहना है कि जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिल जाता उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी, इसके बाद भी अगर कोई सुनवाई नहीं होती है तो वे आत्मदाह कर लेंगे। नन्हीं देवी ने बताया कि उनके पास मात्र चार बीघा जमीन है, जिसके जरिये ही उनके परिवार का गुजर बसर होता है। भूमाफिया, लेखपाल और पुलिस उन्हें जमीन पर कृषि कार्य नहीं करने दे रहे हैं। मजबूर होकर उन्होंने भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला लिया।
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loot accused arrested : बरेली में छात्रा से लूट करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

loot accused arrested : बरेली। कोचिंग पढ़ने जा रही छात्रा का मोबाइल लूटकर भागे तीन लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सीबीगंज पुलिस ने मोबाइल लूट की घटना का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की बाइक, एक मोबाइल और चाकू बरामद किया है। सीबीगंज इलाके के गांव अटरिया में रहने वाली छात्रा प्रेमलता ने मोबाइल लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रेमलता के मुताबिक घटना के समय वह स्लीपर रोड पर कोचिंग पढ़ने के बाद अपने घर लौट रही थी। इस दौरान विमको फैक्टरी के सामने तीन युवक उसका मोबाइल लूटकर फरार हो गए। छात्रा की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने छानबीन के बाद तीन युवकों को पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने लूट की वारदात अंजाम देने की बात कुबूल की। पकड़े गए आरोपी इज्जतनगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला अशरफ खां छावनी निवासी राजा उर्फ अमन तिवारी, शाही कस्बे के मोहल्ला गांधी नगर निवासी अर्जुन और शाही के मोहल्ला पंतनगर निवासी सुनील हैं। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि उनके पास से मिली बाइक बरेली जिला अस्पताल से चोरी की गई थी। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ पहले भी मामले कई मामले दर्ज हैं। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक सुरेश चंद्र गौतम, एसओजी प्रभारी देवेंद्र सिंह धामा, सीबीगंज थाने के अपराध निरीक्षक सुभाष कुमार, एसआई सौरभ यादव, रविंद्र सिंह आदि शामिल हैं।