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Pilibhit Paddy Scam : राइस मिल एसोसिएशन के शहर अध्यक्ष के गोदाम में मिला धान का 50 हजार क्विंटल अवैध स्टॉक

पीलीभीत जनपद में में राइस मिल एसोसिएशन के शहर अध्यक्ष के गोदाम पर छापे के दौरान 50 हजार क्विंटल से ज्यादा का अवैध स्टॉक बरामद हुआ है। धान घोटाला (Paddy Scam) तब पकड़ में आया जब मंडी सचिव ने बीसलपुर रोड पर स्थित गोदाम पर छापा मारा। अब प्रशासन जुर्माना वसूलने के साथ ही लाइसेंस निरस्त करने की तैयारी में है। धान क्रय केंद्र किसानों के फायदे की जगह उत्पीड़न के केंद्र बनते जा रहे हैं। यहां किसानों को तो तरह-तरह के बहाने बनाकर टरकाया जाता है। फिर बिचौलिये औने पौने दाम पर यही धान खरीद लेते हैं। राइस मिल मालिक भी किसानों से औने पौने दाम पर सीधी खरीदकर मंडी शुल्क की बड़े पैमाने पर चोरी करते हैं। फिर यही धान सांठगांठ कर किसानों के नाम पर क्रय केंद्रों पर बेच दिया जाता है। शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे मंडी सचिव सुभाष बाबू ने टीम के साथ बीसलपुर रोड स्थित श्री साईंनाथ राइस इंडस्ट्रीज पर छापा मारा। छापे के दौरान गोदाम में धान का बड़ा स्टॉक मिला। मंडी सचिव ने धान खरीद से संबंधित अभिलेख मांगे तो गोदाम मालिक पंकज अग्रवाल नहीं दिखा सके। Paddy Scam : वसूला जाएगा जुर्माना, लाइसेंस निरस्त करने की तैयारी मंडी सचिव के मुताबिक गोदाम में छापे के दौरान 50 हजार क्विंटल से अधिक धान का अवैध स्टॉक पाया गया। अब मंडी प्रशासन राइस मिल मालिक से जुर्माना वसूलने के साथ उसका लाइसेंस निलंबित करने की कार्रवाई करने की तैयारी में है। राइस मिल के गोदाम में धान का बड़ा अवैध स्टॉक मिलने के मामले में सिटी मजिस्ट्रेट विजय वर्धन तोमर ने बताया कि सीधी खरीद का मामला संज्ञान में आया है। राइस मिलों में अवैध भंडारण को लेकर छापे मारे जाएंगे। अवैध स्टॉक करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। मामले में मंडी सचिव सुभाष बाबू ने कहा कि राइस मिलों में धान के अवैध भंडारण को लेकर लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। श्री साईंनाथ राइस इंडस्ट्रीज पर 50 हजार क्विंटल से अधिक धान का अवैध स्टॉक मिला है। इस मामले में जुर्माना वसूलने के साथ लाइसेंस निलंबन की संस्तुति की गई है। रिपोर्ट मंडी सभापति को भेजी गई है। वहीं राइस मिल एसोसिएशन के शहर अध्यक्ष पंकज अग्रवाल ने बताया कि शुक्रवार सुबह मिल पर मंडी समिति की टीम पहुंचने की जानकारी मिली थी। अवैध स्टॉक के बारे में जानकारी नहीं है।
ED Filed case on shehla Tahir

नवाबगंज की पूर्व पालिकाध्यक्ष Shehla Tahir पर ED का शिकंजा, जल्द हो सकती है पूछताछ

नवाबगंज नगर पालिका की पूर्व अध्यक्ष रहीं Shehla Tahir पर ED का शिकंजा कसने लगा है। अब वह प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर आ गई हैं। ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज किया है। ईडी इस मामले से संबंधित सारे दस्तावेज इकट्ठे कर शहला ताहिर से पूछताछ करने की तैयारी में है। बताया जाता है कि ईडी जल्द ही शहला ताहिर और कई कर्मचारियों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुला सकती है। Shehla Tahir समेत 16 लोगों के खिलाफ के खिलाफ दर्ज है मामला आर्थिक अपराध शाखा लखनऊ के एसआई सत्यपाल गौड़ की ओर से इस मामले में शहला ताहिर, नगर पालिका में तैनात रहे अधिशासी अधिकारी हीरालाल प्रजापति, हरिलाल, राजेश सक्सेना, नरेंद्र जौहरी, विजय कुमार, अमर सिंह, कैलाश चंद्र, सुरेश पाल, रघुवीर सिंह, रिटायर्ड अधिकारी, रवींद्र शुक्ला, ठेकेदार मोहम्मद अफजाल, आरिफ, सलीम हैदर, वकील खान और शिव कुमार की ओर से मामला दर्ज कराया गया था। शहला ताहिर पर जाति प्रमाण पत्र देने का भी आरोप Shehla Tahir पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र दाखिल कर चुनाव लड़ने का आरोप भी लग चुका है। दरअसल नवाबगंज नगर पालिका अध्यक्ष का पिछली जाति के लिए आरक्षित था। शाहला ताहिर खुद को पिछड़ी जाति मोमिन अंसार बताकर चुनाव लड़ी और जीत गई। भाजपा प्रत्याशी नीरेंद्र सिंह राठौर ने शासन स्तर, पिछड़ा वर्ग आयोग समेत उच्चाधिकारियों से शिकायत कर आरोप लगाया था कि शहला ताहिर सामान्य जाति की है, जबकि उनके पति डॉ. मोहम्मद ताहिर पिछड़ी जाति के हैं। तीन साल तक चली जांच के बाद उनका जाति प्रमाण पत्र निरस्त कर दिया गया था। भाजपा नेता से लंबे समय से चल रही अदावत Shehla Tahir का राजनीति का सफर वर्ष 1995 में शुरू हुआ। तब वह बसपा के टिकट पर चुनाव लड़कर नवाबगंज नगर पालिका अध्यक्ष चुनी गईं। उन्होंने भाजपा के रविंद्र सिंह राठौर को करीब 170 वोटों से हराया था। यह चुनाव उन्होंने पिछड़ी जाति के प्रमाणपत्र पर लड़ा था। उस समय भी भाजपा सभासद झांझन लाल गंगवार ने उनकी जाति पर सवाल उठाते हुए प्रमाणपत्र को फर्जी बताकर शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। इसके बाद हुए चुनाव में भाजपा के रविंद्र सिंह राठौर ने बसपा से ही चुनाव लड़ीं शहला ताहिर को हरा दिया था। रविंद्र सिंह राठौर पर एक ही दिन में कराए थे 32 मुकदमे बसपा से चुनाव हारने के बाद शहला ताहिर सपा में शामिल हो गईं और शिवपाल यादव की करीबी बन गईं। 2012 में उन्होंने सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और भाजपा के रविंद्र सिंह राठौर को 2500 से ज्यादा वोटों से हराया। शहला ताहिर का यह कार्यकाल सबसे ज्यादा विवादित रहा। उन्होंने नगर पालिका की दुकानों को लेकर हुए विवाद में रविंद्र सिंह राठौर के खिलाफ एक ही दिन में 32 मुकदमे दर्ज कराए गए थे। हालांकि भाजपा सरकार आने के बाद इन मुकदमों में फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई। शपथ लेते ही शहला को जाना पड़ा था जेल 2017 में शहला ताहिर सपा के टिकट पर चुनाव लड़ीं और पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष रविंद्र सिंह राठौर के भाई नीरेंद्र सिंह राठौर की पत्नी प्रेमलता राठौर को करीब 150 वोटों से हराया था। इस चुनाव में काफी बवाल हुआ था। एक पुराने मामले में वारंट होने के चलते शपथ ग्रहण के बाद विकास भवन से ही शहला ताहिर को जेल भेज दिया गया था। इस दौरान वह 21 दिन तक जेल में रहीं। बाद में वह जमानत पर छूटी थीं। इसके बाद से लगातार उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब Shehla Tahir पर ED ने केस दर्ज किया है। माना जा रहा है कि जल्द ही ईडी नोटिस जारी कर उन्हें पूछताछ के लिए बुला सकती है। अगर जवाब संतोषजनक नहीं मिले तो उनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है।
Kakrala CHC

Kakrala CHC : सीएचसी खुद आईसीयू में… मरीजों को कौन संभाले

बदायूं जनपद की ककराला सीएचसी (Kakrala CHC) खुद गंभीर समस्याओं से जूझ रही है, ऐसे में मरीजों को इलाज मिल पाना मुमकिन नहीं दिखाई दे रहा। कहने को यह 30 बेड की सीएचसी है मगर अव्यवस्थाओं का शिकार होने की वजह से क्षेत्र के मरीजों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिए प्राइवेट डॉक्टरों के पास जाना पड़ता है। ककराला, बदायूं। लाखों की आबादी के इलाज का जिम्मा होने के बाद भी Kakrala CHC में हालात इस कदर बदतर है कि जहां इलाज करने वाले है तो संसाधन नहीं और जहां संसाधन है वहां उन्हें चलाने वाला नहीं। रही सही सुविधाओं को भी यहां से उठाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया जा रहा है। हाल ही में Kakrala CHC की कलर्ड एक्स-रे मशीन बिसौली पहुंचा दी गई। इसके पीछे तर्क दिया गया कि यहां लोग एक्स-रे कराने आते ही नहीं हैं इसलिए यहां इसकी कोई जरूरत नहीं है। सीएचसी में एक्स-रे टेक्नीशियन न होने से पुरानी ब्लैक एंड व्हाइट मशीन भी धूल फांक रही है। मरीजों को सीएचसी में मौजूद सुविधाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। Kakrala CHC में डेंटल कक्ष में टूटी चेयर, डॉक्टर की कहीं और लगा दी ड्यूटी Kakrala CHC में हालात इस कदर बदतर हो चुके हैं कि डेंटल कक्ष में मरीजों का इलाज करने के लिए लगी चेयर टूट चुकी है, इससे मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है। यहां डेंटिस्ट के पद पर तैनात डॉक्टर शिशिर की ड्यूटी काम ना होने के चलते जिला मुख्यालय पर एपेड्मिक में लगा दी गई है। इसके अलावा यहां तैनात डेंटल सर्जन सतीश कुमार के पास भी कोई काम नहीं बचा है और सारा दिन खाली बैठे रहते हैं। इलाज नहीं… यह तो बीमारी बांटने का अड्डा सीएचसी में साफ-सफाई की बात की जाए तो परिसर में ऊंची-ऊंची झाड़ियां उग आई हैं। मच्चरों का वार्डों में भारी प्रकोप है। शौचालय से लेकर डॉक्टरों के कक्ष तक की सफाई व्यवस्था चौपट है। यहां एकमात्र महिला सफाई कर्मी तैनात है, जो पूरे दिन नदारद रहती है। चिकित्साधिकारी का कहना है कि अगर कोई स्टाफ का व्यक्ति साफ-सफाई को लेकर महिला सफाईकर्मी से कुछ कह देता है तो वह एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा लिखवाने की धमकी देती है। कर्मचारियों की गुटबाजी ने और किया बंटाधार Kakrala CHC में ककराला में ही रहने वाले आधा दर्जन से ज्यादा कर्मचारी तैनात हैं, जिनके बीच आपसी गुटबाजी जगजाहिर है। ये कर्मचारी काम पर ध्यान देने के बजाय एक दूसरे के कमियों को ढूंढ़ने में ज्यादा दिलचस्पी लेते हैं। सफाई कर्मी ही नहीं, चौकीदार, एलटी से लेकर फमार्सिस्ट तक गुटबाजी के शिकार हैं। इसका नतीजा सीएचसी की बदहाली के रूप में लाखों लोग भुगत रहे हैं। नगर के समाजसेवी और युवाओं ने सीएचसी की व्यवस्थाओं को पटरी पर लाने के लिए अभियान चलाया है। उन्होंने अधिकारियों से संपर्क साधकर सीएचसी की व्यवस्थाओं में सुधार की मांग की है। कई बार अफसरों से भी मिलकर प्रार्थना पत्र सौंपे मगर नतीजा कोई नहीं निकला। हालात अब भी जस के तस बने हुए हैं। डॉक्टर बोले- लोगों को प्राइवेट डॉक्टरों से इलाज कराना ज्यादा पसंद सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल होने की वजह से लोगों का भी अब इससे मोहभंग होता जा रहा है। लोग भी सरकारी की जगह प्राइवेट डॉक्टरों पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं। Kakrala CHC के चिकित्साधिकारी भुवनेश कुमार ने बताया कि सीएचसी में दवाएं भरपूर मात्रा में उपलब्ध हैं। मलेरिया, टाइफाइड, डेंगू, बुखार, हीमोग्लोबिन, टीबी आदि की जांचें भी हो रही हैं लेकिन लोग खुद सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाना नहीं चाहते हैं। लोग प्राइवेट डॉक्टरों से इलाज कराना ज्यादा पसंद करते हैं। उन्होंने एक वीडियो जारी करके लोगों से इलाज के लिए सीएचसी आने की अपील की है।
KBC 16

KBC 16 : बरेली में जब पहली बार तेजी बच्चन से मिले थे हरिवंश राय बच्चन

बॉलीबुड के महानायक अमिताभ बच्चन अपने माता पिता से जुड़े किस्से अक्सर किसी न किसी मंच पर साझा करते रहते हैं। हाल ही में कौन बनेगा करोड़पति (KBC 16) के मंच पर उन्होंने बरेली का वह किस्सा साझा किया है। जहां पहली बार उनके पिता हरिवंश राय बच्चन उनकी मां तेजी बच्चन से मिले थे। इससे पहले भी कई बार अमिताभ बच्चन अपने माता-पिता से जुड़े किस्से मंच पर साझा कर चुके हैं। दरअसल हरिवंश राय बच्चन की पहली शादी श्यामा बच्चन से हुई थी, जिनका 1936 में टीबी की लंबी बीमारी से निधन हो गया था। पहली पत्नी के निधन के बाद से हरिवंश राय काफी दुखी रहने लगे थे। वह इस सदमे से उबर नहीं पा रहे थे। हरिवंश राय बच्चन की बरेली में रहने वाले प्रोफेसर ज्योति प्रकाश से गहरी मित्रता थी। ज्योति प्रकाश हरिवंश के लिए दोस्त से भी बढ़कर थे। साल 1941 में दिसंबर के महीने में ज्योति प्रकाश ने तार भेजकर हरिवंश राय बच्चन को तुरंत बरेली बुलाया था। हरिवंश राय उनकी बात टाल नहीं सकते थे इसलिए तार मिलते ही दिल्ली से बरेली की गाड़ी पकड़कर 31 दिसंबर को भोर होने से पहले ही ज्योति प्रकाश के घर पहुंच गए। हरिवंश राय ने तार भेजने का कारण पूछा तो ज्योति प्रकाश बोले, काफी दिनों से तुम्हारी कविताएं सुनने का मन कर रहा था। मजाकिया अंदाज में इशारा करते हुए कहा कि घर में इस वक्त तुम्हारी प्रशंसिका भी मौजूद है। तेजी सूरी यानि तेजी बच्चन उस समय लाहौर के फतेहचंद कॉलेज में साइकोलॉजी पढ़ाती थीं। प्रोफेसर ज्योति प्रकाश की पत्नी प्रेमा उस कॉलेज की प्रिंसिपल थीं। वहां दोनों साथ ही रहती थीं। छुट्टीयों में वह प्रेमा के साथ बरेली चली आई थीं। तेजी हरिवंश राय बच्चन की बड़ी प्रशंसक थीं। ज्योति प्रकाश ने अपनी पत्नी प्रेमा से तेजी को बुलाकर लाने को कहा। तेजी जैसी ही कमरे में पहुंची तो हरिवंश राय बच्चन उन्हें देखते ही रह गए। ज्योति प्रकाश ने दोनों का परिचय कराया। परिचय के बाद ज्योति प्रकाश ने हरिवंश राय बच्चन से कविता सुनाने फरमाश की। इसके बाद शुरू हुआ कविताओं का सिलसिला रात भर चलता रहा। हरिवंश राय ने एक के बाद एक न जाने कितीन कविताएं सुना डालीं। कविता की हर पंक्ति में उनका दर्द समाया था। कविताएं सुनते-सुनते तेजी सूरी की आंखों से आंसू बहने लगे। ज्योति प्रकाश और प्रेमा कब उस कमरे से चले गए दोनों का पता ही नहीं चला। कमरे में सिर्फ तेजी और हरिवंश राय ही आमने-सामने बैठे थे। दोनों एक दूसरे को पलक झपके बिना देख और सुन रहे थे। यह रात हरिवंश राय के जीवन में एक नई सुबह लेकर आई थी। उनके दिल के बंद दरवाजे खुल चुके थे। तेजी उसमें प्रवेश कर चुकी थीं। KBC 16: कविताओं से जुड़े दिल के तार, 24 दिन बाद परिणय सूत्र में बंधे हरिवंश राय बच्चन की तेजी सूरी से पहली मुलाकात 31 दिसंबर को बरेली में ज्योति प्रकाश जौहरी के घर पर हुई थी। इस मुलाकात की शुरुआत चाय पार्टी से हुई थी। हरिवंश राय बच्चन अपनी जीवनी में इस मुलाकात का जिक्र करते हुए लिखते हैं कि 24 घंटे पहले हम इस कमरे में एक अजनबी की तरह आए थे। अब 24 घंटे बाद जीवनसाथी की तरह जा रहे हैं। बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में तेजी बच्चन ने कहा था कि नियति ने उन्हें हरिवंश से बरेली में मिलवाया था। शायद उन्हें हरिवंश के जीवन के दुख को हल्का करना था। शादी में खर्च हुए थे 800 रुपये बरेली में मुलाकात के बाद 24 जनवरी 1942 में इलाहाबाद की जिला अदालत में दोनों ने विवाह कर लिया था। दोनों की शादी में 800 रुपये खर्च हुए थे। उस समय के हिसाब से यह एक बहुत बड़ी रकम हुआ करती थी। इस रकम को भी दोनों ने बराबर चार-चार सौ रुपये खर्च किए थे। शादी के बाद हरिवंश और तेजी बच्चन के दो बेटे हुए। इनमें एक अमिताभ बच्चन, जो फिल्मों की दुनिया के महानायक बने और दूसरे अजिताभ बच्चन, जिन्होंने व्यापार को अपना पेशा चुना। KBC 16 के मंच पर अमिताभ बच्चन ने दर्शकों के साथ माता-पिता की पहली मुलाकात का किस्सा साझा किया।
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Bithri CHC

Bithri CHC में फार्मासिस्ट ने शराब पीकर किया हंगामा, कपड़े उतारकर हुआ नग्न

Bithri CHC : यूपी के बरेली में बिथरी चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक फार्मासिस्ट ने शराब के नशे में जमकर हंगामा किया, इसके बाद सबके सामने ही अपने कपड़े उताकर नग्न हो गया। फार्मासिस्ट की इस हरकत से पूरा अस्पताल शर्मसार हो गया। बताते हैं कि यह फार्मासिस्ट अक्सर शराब के नशे में रहता है और स्टाफ से भी बदसलूकी करता है। घटना का वीडियो वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग की काफी बदनामी हो रही है। यह घटना छह फरवरी की बताई जा रही है। बतातें है कि कुछ दिन पहले फार्मासिस्ट ने एक ट्रेनी छात्र से इंटर्नशिप सर्टिफिकेट जारी करने के एवज में पांच हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। छात्र ने मोबाइल पर उसके साथ हुई बातचीत की कॉल रिकॉर्ड कर ली थी। इसके बाद रिकार्डिंग अधिकारियों को सौंपकर शिकायत कर दी थी। शिकायत से बौखलाया फार्मासिस्ट छह फरवरी को नशे में धुत होकर सीएचसी आया और गालीगलौज करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। वह नशे में इतना टुन्न था कि स्टाफ ने जब उससे हंगामा करने का कारण पूछते हैं तो स्पष्ट बोल भी नहीं पा रहा था। इसी बीच उसने अपने कपड़े उतारकर फेंक दिए और नग्न अवस्था में फर्श पर ही लेट गया। फार्मासिस्ट की इस हरकत से पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। फार्मासिस्ट की इस हरकत ने महिला मरीजों और स्टाफ को शर्म से पानी पानी कर दिया। बताते हैं कि काफी देर तक फार्मासिस्ट नग्न अवस्था में अस्पताल में पड़ा रहा। सरकारी दवा बेचने पर हटाया गया था पहले इस फार्मासिस्ट पर पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। इस घटना से पहले बिथरी सीएचसी में तैनाती के दौरान इसने दवाएं बेच दी थीं, तब इसे बिथरी से हटाकर फरीदपुर सीएचसी स्थानांतरित कर दिया गया था मगर वहां भी यह लोगों से पैसे की डिमांड करने लगा। गंभीर आरोप लगने के बाद किसी तरह साठगांठ करके फिर वापस बिथरी सीएचसी आ गया। बिथरी चैनपुर सीएचसी की अधीक्षक डॉ. उत्तरा शर्मा ने मामले की जानकारी से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि सीएचसी के स्टाफ का शराब पीने का वीडियो वायरल होने की जानकारी उन्हें नहीं है। उन्होंने वीडियो भी नहीं देखा है। इसलिए इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
blast in manjha factory

blast in manjha factory : बरेली में मांझा फैक्टरी में विस्फोट, तीन लोगों के उड़े चिथड़े

blast in manjha factory : बरेली। देश-विदेश में मांझे के लिए मशहूर उत्तर प्रदेश के शहर बरेली में मांझा फैक्टरी में विस्फोट होने से तीन लोगों की मौत हो गई। विस्फोट शुक्रवार सुबह उस वक्त हुआ जब फैक्टरी मालिक अपने बेटे और कारीगर के साथ मांझे को धारदार बनाने के लिए केमिकल का मिश्रण तैयार करा रहे थे। हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। अन्य घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बरेली के किला थाना क्षेत्र में बाकरगंज इलाका मांझा निर्माण का गढ़ माना जाता है। यहां बनने वाला मांझा देश-विदेश में सप्लाई होता है। बाकरगंज इलाके में बड़ी संख्या में लोग मांझा बनाने का कारोबार करते हैं। यहां के ज्यादातर लोग इसी मांझा निर्माण के कारोबार से जुड़े हैं और अमूमन हर घर में मांझा बनाने का काम होता है। बताया जाता है कि मांझा निर्माण में गंधक पोटाश का भी इस्तेमाल होता है, जिसकी वजह से घरों में गंधक पोटाश का भंडारण किया जाता था। शुक्रवार सुबह फैक्टरी मालिक अतीक रजा खान अपनी फैक्टरी में मांझे को धारदार बनाने के लिए केमिकल तैयार करा रहे थे। केमिकल के मिश्रण में शीशे के साथ गंधक पोटाश को भी मिलाया जा रहा था। अतीक के पास ही फैजान और सरताज भी खड़े थे। तभी अचानक विस्फोट हो गया, जिससे तीनों की मौत हो गई। धमाके के बाद इलाके में फैली दहशत, घर से बाहर दौड़े लोग शुक्रवार सुबह जोरदार धमाका होने पर इलाके में दहशत फैल गई। जोरदार धमाके की आवाज सुनते ही लोग घरों के बाहर दौड़ पड़े। सूचना पर पुलिस भी फिल्ड यूनिट के साथ मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल पर छानबीन कर नमूने एकत्र किए। शुरुआती जांच में पुलिस इसे हादसा मान रही है। सीओ सेकंड संदीप सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि शीशे और गंधक पोटाश का मिश्रण तैयार करने के दौरान हादसा होने की बात सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पहले भी सिरौली की पटाखा फैक्टरी में हुआ था विस्फोट यह पहली बार नहीं जब विस्फोटक के भंडारण की वजह से बरेली में हादसा हुआ है, इससे पहले भी बरेली के सिरौली में पटाखा फैक्टरी में विस्फोट होने से बड़ा हादसा हुआ था, इसमें भी कई लोगों की जान गई थी। इस हादसे के बाद प्रशासन ने कहीं भी विस्फोटक सामग्री का भंडारण न होने देने का दावा किया था, इसके बाद बाकरगंज में घटना हो गई। बताते हैं कि बरेली के बाकरगंज में मांझा फैक्टरियों के गोदाम में बड़ी संख्या में अवैध रूप से विस्फोटक सामग्री का भंडारण किया जाता है।
Bareilly News baheri

Bareilly News : मकान पर कब्जा करने के लिए दबंगों ने चलाया बुलडोजर, पथराव कर फैलाई दहशत, 4 घायल, 12 नामजद समेत 20 अज्ञात पर रिपोर्ट

Bareilly News : बरेली जनपद के कस्बा बहेड़ी में नैनीताल हाईवे के किनारे मकान पर कब्जा करने के लिए दबंगों ने उस वक्त बुलडोजर चला दिया जब परिवारवाले अंदर सो रहे थे। हथियारों और लाठी-डंडों से लैस दबंगों ने काफी देर तक इलाके में दहशत फैलाई। घटना में चार लोग घायल हो गए। पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने 12 लोगों को नामजद करते हुए 20 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बहेड़ी के मोहल्ला शिकोहीनगर में रहने वाली अफरोज बेगम ने पुलिस को बताया कि वर्षों पहले उन्होंने नैनीताल हाईवे किनारे मकान खरीदा था। इस मकान पर हरीशचंद्र पाल की नीयत खराब है। वह उनके मकान पर कब्जा करना चाहता है। बृहस्पतिवार सुबह 6:30 बजे हरिश्चंद्र अपने 15-20 साथियों के साथ दो बुलडोजर लेकर उनके मकान के बाहर आया और बुलडोजर चलाकर मकान तोड़ डाला, इससे मकान के अंदर सो रहे चार लोग घायल हो गए। कई अन्य लोगों के चोटें आईं हैं। विरोध पर किया पथराव, घटना सीसीटीवी में कैद अफरोज ने बताया कि अचानक मकान गिरने पर परिवारवालों की आंख खुली। उन्होंने बाहर आकर विरोध किया तो आरोपियों ने पथराव शुरू कर दिया। दबंग नाजायज हथियार और लाठी-डंडों से लैस थे। आरोपियों ने घरवालों के साथ मारपीट की और महिलाओं के साथ छेड़खानी की। इतना ही नहीं विरोध करने पर महिलाओं को उठा ले जाने की धमकी दी। बुलडोजर से मकान तोड़ने की घटना पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें दबंग बुलडोजर से मकान गिराते और पथराव करते दिख रहे हैं। पुलिस ने फुटेज अपने कब्जे में ले ली है। देखें घटना का वीडियो… पुलिस के पहुंचने से पहले भागे दबंग घटना की सूचना जब पुलिस को दी गई तो सीओ अरुण कुमार सिंह, इंस्पेक्टर संजय तोमर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक दबंग वहां से जा चुके थे। पुलिस ने घटनास्थल की वीडियोग्राफी कराई और घायल हाजी सईद अहमद, नसीम अहमद, शिफा और अफरोज बेगम को सरकारी अस्पताल भिजवाया। पिछले साल नवंबर में भी की थी तोड़फोड़ पीड़ित अफरोज बेगम ने बताया कि 8 नवंबर 2024 को भी आरोपियों ने उसके मकान पर कब्जा करने की नीयत से तोड़फोड़ की थी। इस घटना की वीडियो उसके पास मौजूद है। आरोपी दबंग और भू माफिया किस्म के हैं। उनकी शासन-प्रशासन में अच्छी पैठ है, इसीलिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है। इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट इस मामले में अफरोज बेगम की तहरीर पर पुलिस ने मुख्य आरोपी हरिश्चंद्र पाल निवासी गांव शरीफनगर हाल निवासी आर्यनगर, सुरेंद्र कुमार निवासी शेखुपुर, टीकम सिंह निवासी जाजूनागर, मनोज शर्मा निवासी महादेवपुरम, टीकम भाटी, मोहन सिंह निवासी मोहल्ला बाजार, मोहम्मद आरिफ निवासी राजा गार्डन, अक्षय मंगलम निवासी जाजूनागर, मंजूर अहमद, शारिक निवासी मोहल्ला मदार नगर, आफताब, जावेद निवास इस्लामनगर के अलावा 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
hunger strike for justice

hunger strike for justice : सिस्टम की मार… इंसाफ के लिए भूख हड़ताल पर बैठा परिवार

लेखपाल और पुलिस पर भूमाफिया से साठगांठ कर जमीन पर अवैध कब्जा कराने का आरोप hunger strike for justice : बरेली। सरकारी तंत्र से परेशान होकर बरेली की मीरगंज तहसील के गांव बुझिया जागीर में रहने वाला परिवार भूख हड़ताल करने के लिए मजबूर हो गया है। भूमाफिया और सरकारी सिस्टम से परेशान होकर मां-बेटे ने सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इसके साथ ही इंसाफ न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। पीड़ित महिला नन्हीं देवी का आरोप है कि उनकी चार बीघा जमीन पर लेखपाल और पुलिस भू माफिया से साठगांठ करके अवैध कब्जा कर रही है। इसके चलते उन्हें जमीन से बेदखल किया जा रहा है। 25 मई 2022 को नन्हीं देवी ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर मामले में कार्रवाई की मांग की थी। डीएम को दिए प्रार्थना पत्र में नन्हीं देवी ने मानसिंह और उनके साथियों पर जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया था मगर तब से आज तक उन्हें इंसाफ नहीं मिला। नन्हीं देवी का कहना है कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई। उनका आरोप है कि लेखपाल आरोपियों के पक्ष में झूठी रिपोर्ट बनाकर दे देता है और अधिकारियों को गुमराह कर देता है। इससे त्रस्त होकर नन्हीं देवी और उनका बेटा बृहस्पतिवार को बरेली आकर दामोदर स्वरूप पार्क में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए। उनका कहना है कि जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिल जाता उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी, इसके बाद भी अगर कोई सुनवाई नहीं होती है तो वे आत्मदाह कर लेंगे। नन्हीं देवी ने बताया कि उनके पास मात्र चार बीघा जमीन है, जिसके जरिये ही उनके परिवार का गुजर बसर होता है। भूमाफिया, लेखपाल और पुलिस उन्हें जमीन पर कृषि कार्य नहीं करने दे रहे हैं। मजबूर होकर उन्होंने भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला लिया।
loot accused arrested

loot accused arrested : बरेली में छात्रा से लूट करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

loot accused arrested : बरेली। कोचिंग पढ़ने जा रही छात्रा का मोबाइल लूटकर भागे तीन लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सीबीगंज पुलिस ने मोबाइल लूट की घटना का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की बाइक, एक मोबाइल और चाकू बरामद किया है। सीबीगंज इलाके के गांव अटरिया में रहने वाली छात्रा प्रेमलता ने मोबाइल लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रेमलता के मुताबिक घटना के समय वह स्लीपर रोड पर कोचिंग पढ़ने के बाद अपने घर लौट रही थी। इस दौरान विमको फैक्टरी के सामने तीन युवक उसका मोबाइल लूटकर फरार हो गए। छात्रा की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने छानबीन के बाद तीन युवकों को पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने लूट की वारदात अंजाम देने की बात कुबूल की। पकड़े गए आरोपी इज्जतनगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला अशरफ खां छावनी निवासी राजा उर्फ अमन तिवारी, शाही कस्बे के मोहल्ला गांधी नगर निवासी अर्जुन और शाही के मोहल्ला पंतनगर निवासी सुनील हैं। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि उनके पास से मिली बाइक बरेली जिला अस्पताल से चोरी की गई थी। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ पहले भी मामले कई मामले दर्ज हैं। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक सुरेश चंद्र गौतम, एसओजी प्रभारी देवेंद्र सिंह धामा, सीबीगंज थाने के अपराध निरीक्षक सुभाष कुमार, एसआई सौरभ यादव, रविंद्र सिंह आदि शामिल हैं।