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sambhal voilance : जिस दिन संभल जाऊंगा कोई मुझे रोक नहीं पाएगा

sambhal voilance : मौलाना तौकीर बोले- पुलिस ने दो लोगों के शवों पोस्टमार्टम ही नहीं कराया आईएमसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान सोमवार को मुरादाबाद पहुंचे। जहां मीडिया के सामने उन्होंने संभल हिंसा को लेकर पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि आने वाला समय देश के लिए बहुत खतरनाक है। उन्होंने शासन और प्रशासन को चेतावनी दी और कहा कि जिस दिन वह संभल जाएंगे, उस दिन उन्हें कोई रोक नहीं पाएगा। यूपी के संभल में हुई हिंसा को लेकर मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि पुलिस के साथ जो हिंदूवादी आतंकवादी गए थे, उन्होंने छर्रे चलाए, जिसमें समुदाय विशेष के पांच नहीं, बल्कि सात लोग शहीद हुए थे। पुलिस ने दो लोगों का पोस्टमार्टम ही नहीं कराने दिया। मौलाना तौकीर रजा सोमवार को मुरादाबाद में भूड़ा का चौराहा स्थित कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी रिजवान कुरैशी के आवास पर पहुंचे। जहां उन्होंने संभल हिंसा में मारे गए लोगों को शहीद करार दिया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने विष्णु जैन और योगी जैसे कई लोगों को पाल रखा है। सरकार खुद दंगा करा रही है और आरोप दूसरों पर लगा रही है। इस दौरान मौलाना तौकीर रजा ने देश में चक्का जाम करने का भी एलान किया। बांग्लादेश के मामले में मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि बांग्लादेश के नाम पर देश में हिंदू-मुस्लिम की राजनीति की जा रही है। देश में माहौल खराब करने का काम किया जा रहा है, वहीं बांग्लादेश में ऐसा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि अपने गुनाहों को छिपाने के लिए पुलिस-प्रशासन ने बाहर के लोगों के संभल जाने पर पाबंदी लगा दी है। लोगों को कैद करके रखा गया है, जिससे संभल हिंसा का सच सामने न आ सके। उन्होंने कहा पुलिस-प्रशासन माहौल बिगाड़ने की कोशिश में जुटा है। इसलिए हिंसा में घायल हुए लोगों से मिलने पर पाबंदी लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि घायलों पर झूठी तहरीर देकर मुकदमा लिखवाने का दबाव बनाया जा रहा है। उनसे कहा जा रहा है कि 10 लोगों का नाम बता दो, आपको छोड़ दिया जाएगा। मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि सर्वे टीम हिंदूवादी आतंकवादियों को अपने साथ लेकर गई, जो बेहूदा नारेबाजी करते हुए पत्थर लेकर खुद जूते पहनकर मस्जिद के अंदर घुसे। मुसलमानों ने कोई पत्थरबाजी नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने लोगों के सीने और सिर पर सीधे गोलियां चलाई हैं, जिसमें सात लोगों की जान चली गई। sambhal voilance : कब क्या हुआ 19 नवंबर को कैला देवी मंदिर के महंत समेत कुछ लोगों की ओर वकील विष्णु शंकर जैन की तरफ जिला अदालत में याचिका दायर की गई, जिसमें दावा किया गया कि संभल की शाही जामा मस्जिद हरिहर मंदिर पर बनाई गई है। इसके बाद अदालत ने मुस्लिम पक्ष को सुने बगैर सर्वे का आदेश पारित कर दिया। अदालत के आदेश के बाद उसी दिन टीम सर्वे करने मस्जिद पहुंच गई। इसके बाद टीम 24 नवंबर को दोबार सर्वे करने पहुंची तो हिंसा भड़क गई। हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई थी। हिंसा के बाद से गरमाई है राजनीति संभल में हुई हिंसा के बाद से देश की राजनीति में भूचाल आ गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हम संभल की घटना पर अपनी बात सदन में रखना चाहते हैं। संभल के अधिकारी मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं। जैसे वे भाजपा के कार्यकर्ता हों। उन्होंने घटना को भाजपा के सोची-समझी रणनीति करार दिया ताकि लोगों को असल मुद्दो से भटकाया जा सके। बांग्लादेश में मुद्दे पर अखिलेश यादव ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ जो हो रहा है भारत सरकार को उस बारे में सोचना चाहिए। वहां जो हो रहा है ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए। अगर वे हमारे संतों का सम्मान नहीं कर सकते तो वे एक मजबूत सरकार होने का दावा नहीं कर सकते।
5 crore Reward for beheading Mohammad Yunus

5 crore Reward for beheading Mohammad Yunus: मोहम्मद यूनुस का सिर कलम करने पर 5 करोड़ का इनाम

मुरादाबाद की ठाकुरद्वारा विधानसभा से बसपा सरकार में विधायक रहे और नारायणी सेना कृष्ण के संरक्षक विजय पाल सिंह यादव ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख डॉ. मोहम्मद यूनुस का सिर कलम करने वाले को 5 करोड़ रुपये इनाम (5 crore Reward for beheading Mohammad Yunus) का एलान किया है। साथ ही सिर कलम करने वाले को दो एसयूवी एक डिफेंडर और एक फॉर्च्यूनर इनाम में देने की बात कही है। पूर्व विधायक विजय पाल सिंह यादव ने शनिवार को अपने आवास पर पत्रकार वार्ता में कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस के इशारे पर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहे हैं, इनमें भी विषेशकर हिंदू समुदाय के उन परिवारों को निशाना बनाया जा रहा है जो भगवान श्रीकृष्ण के अनुयायीय हैं। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस के इशारे पर बांग्लादेश की सेना वहां के हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार कर रही है। हिंदुओं को घरों से खींचकर मारा जा रहा है। बांग्लादेश में इस्कॉन मंदिर पर प्रतिबंध लगाने की योजना बनाई जा रही है। प्रतिबंध न लगाने पर हमले की धमकी दी जा रही है और यह सब बांग्लादेश सरकार के संरक्षक मोहम्म्द यूनुस के इशारे पर हो रहा है, जिस वह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। सपा, बसपा और कांग्रेस पर साधा निशाना पूर्व विधायक ने सपा, बसपा और कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों की संरक्षक बनने वाले समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी की मुखिया बहन मायावती और कांग्रेस के राहुल गांधी का जमीर मर चुका है। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर लगातार हो रहे अत्याचार पर इन लोगों ने आंखें मूंद रखी हैं। सरकार हथियार मुहैया कराए, हम करेंगे कत्लेआम का हिसाब पूर्व विधायक ने कहा की हम भगवान श्रीकृष्ण के वंशज हैं। बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहा अत्याचार बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर केंद्र सरकार नारायणी सेना को हथियार मुहैया करा दे तो वे बांग्लादेश जाकर वहां हो रहे हिंदुओं के कत्लेआम का हिसाब करेंगे। उन्होंने कहा कि मोहम्मद यूनुस का सिर कलम करने वाला चाहे भारत का हो या फिर दुनिया के किसी भी देश का उसे यह इनाम दिया जाएगा। शेख हसीना का तख्तापलट के बाद बने हैं संरक्षक शेख हसीना सरकार का तख्तापलट करने के बाद मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के संरक्षक बने हैं। इससे पहले वह अन्य देशों में शरण लिए हुए थे। तख्तापलट के बाद ही वह बांग्लादेश में आए हैं। आरोप है कि मोहम्मद यूनुस के हाथ में बांग्लादेश की कमान आने के बाद वहां हिंदुओं पर हमले बढ़ गए हैं। दरअसल शेख हसीना की वजह से ही मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश छोड़कर दूसरे देशों में शरण लेनी पड़ी थी। शेख हसीना के प्रत्यर्पण की कोशिश में हैं जुटे बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के रातों रात बांग्लादेश छोड़कर भारत में शरण लेने के बाद सत्ता पर काबिज हुए नोवल पुरस्कार विजेता डॉ. मोहम्मद यूनुस काफी समय से पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटे हैं। इसके लिए वह भारत पर लगातार दबाव बना रहे हैं। हालांकि भारत की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। भारत पर दबाव बनाने के लिए अमेरिका के आगे फैलाया हाथ शेख हसीना के प्रत्यर्पण के लिए भारत पर दबाव बनाने के लिए बांग्लादेश की यूनुस सरकार अमेरिका के आगे भी हाथ फैला चुकी है लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की जीत से उसके मंसूबों पर पानी फिर गया है। शेख हसीना के प्रत्यर्पण के लिए अब मोहम्मद यूनुस सरकार ने इंटरपोल का रुख किया है। उन्होंने इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग की है।

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Bithri CHC

Bithri CHC में फार्मासिस्ट ने शराब पीकर किया हंगामा, कपड़े उतारकर हुआ नग्न

Bithri CHC : यूपी के बरेली में बिथरी चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक फार्मासिस्ट ने शराब के नशे में जमकर हंगामा किया, इसके बाद सबके सामने ही अपने कपड़े उताकर नग्न हो गया। फार्मासिस्ट की इस हरकत से पूरा अस्पताल शर्मसार हो गया। बताते हैं कि यह फार्मासिस्ट अक्सर शराब के नशे में रहता है और स्टाफ से भी बदसलूकी करता है। घटना का वीडियो वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग की काफी बदनामी हो रही है। यह घटना छह फरवरी की बताई जा रही है। बतातें है कि कुछ दिन पहले फार्मासिस्ट ने एक ट्रेनी छात्र से इंटर्नशिप सर्टिफिकेट जारी करने के एवज में पांच हजार रुपये रिश्वत मांगी थी। छात्र ने मोबाइल पर उसके साथ हुई बातचीत की कॉल रिकॉर्ड कर ली थी। इसके बाद रिकार्डिंग अधिकारियों को सौंपकर शिकायत कर दी थी। शिकायत से बौखलाया फार्मासिस्ट छह फरवरी को नशे में धुत होकर सीएचसी आया और गालीगलौज करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। वह नशे में इतना टुन्न था कि स्टाफ ने जब उससे हंगामा करने का कारण पूछते हैं तो स्पष्ट बोल भी नहीं पा रहा था। इसी बीच उसने अपने कपड़े उतारकर फेंक दिए और नग्न अवस्था में फर्श पर ही लेट गया। फार्मासिस्ट की इस हरकत से पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया। फार्मासिस्ट की इस हरकत ने महिला मरीजों और स्टाफ को शर्म से पानी पानी कर दिया। बताते हैं कि काफी देर तक फार्मासिस्ट नग्न अवस्था में अस्पताल में पड़ा रहा। सरकारी दवा बेचने पर हटाया गया था पहले इस फार्मासिस्ट पर पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं। इस घटना से पहले बिथरी सीएचसी में तैनाती के दौरान इसने दवाएं बेच दी थीं, तब इसे बिथरी से हटाकर फरीदपुर सीएचसी स्थानांतरित कर दिया गया था मगर वहां भी यह लोगों से पैसे की डिमांड करने लगा। गंभीर आरोप लगने के बाद किसी तरह साठगांठ करके फिर वापस बिथरी सीएचसी आ गया। बिथरी चैनपुर सीएचसी की अधीक्षक डॉ. उत्तरा शर्मा ने मामले की जानकारी से इन्कार किया। उन्होंने कहा कि सीएचसी के स्टाफ का शराब पीने का वीडियो वायरल होने की जानकारी उन्हें नहीं है। उन्होंने वीडियो भी नहीं देखा है। इसलिए इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
blast in manjha factory

blast in manjha factory : बरेली में मांझा फैक्टरी में विस्फोट, तीन लोगों के उड़े चिथड़े

blast in manjha factory : बरेली। देश-विदेश में मांझे के लिए मशहूर उत्तर प्रदेश के शहर बरेली में मांझा फैक्टरी में विस्फोट होने से तीन लोगों की मौत हो गई। विस्फोट शुक्रवार सुबह उस वक्त हुआ जब फैक्टरी मालिक अपने बेटे और कारीगर के साथ मांझे को धारदार बनाने के लिए केमिकल का मिश्रण तैयार करा रहे थे। हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। अन्य घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। बरेली के किला थाना क्षेत्र में बाकरगंज इलाका मांझा निर्माण का गढ़ माना जाता है। यहां बनने वाला मांझा देश-विदेश में सप्लाई होता है। बाकरगंज इलाके में बड़ी संख्या में लोग मांझा बनाने का कारोबार करते हैं। यहां के ज्यादातर लोग इसी मांझा निर्माण के कारोबार से जुड़े हैं और अमूमन हर घर में मांझा बनाने का काम होता है। बताया जाता है कि मांझा निर्माण में गंधक पोटाश का भी इस्तेमाल होता है, जिसकी वजह से घरों में गंधक पोटाश का भंडारण किया जाता था। शुक्रवार सुबह फैक्टरी मालिक अतीक रजा खान अपनी फैक्टरी में मांझे को धारदार बनाने के लिए केमिकल तैयार करा रहे थे। केमिकल के मिश्रण में शीशे के साथ गंधक पोटाश को भी मिलाया जा रहा था। अतीक के पास ही फैजान और सरताज भी खड़े थे। तभी अचानक विस्फोट हो गया, जिससे तीनों की मौत हो गई। धमाके के बाद इलाके में फैली दहशत, घर से बाहर दौड़े लोग शुक्रवार सुबह जोरदार धमाका होने पर इलाके में दहशत फैल गई। जोरदार धमाके की आवाज सुनते ही लोग घरों के बाहर दौड़ पड़े। सूचना पर पुलिस भी फिल्ड यूनिट के साथ मौके पर पहुंच गई और घटनास्थल पर छानबीन कर नमूने एकत्र किए। शुरुआती जांच में पुलिस इसे हादसा मान रही है। सीओ सेकंड संदीप सिंह ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि शीशे और गंधक पोटाश का मिश्रण तैयार करने के दौरान हादसा होने की बात सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पहले भी सिरौली की पटाखा फैक्टरी में हुआ था विस्फोट यह पहली बार नहीं जब विस्फोटक के भंडारण की वजह से बरेली में हादसा हुआ है, इससे पहले भी बरेली के सिरौली में पटाखा फैक्टरी में विस्फोट होने से बड़ा हादसा हुआ था, इसमें भी कई लोगों की जान गई थी। इस हादसे के बाद प्रशासन ने कहीं भी विस्फोटक सामग्री का भंडारण न होने देने का दावा किया था, इसके बाद बाकरगंज में घटना हो गई। बताते हैं कि बरेली के बाकरगंज में मांझा फैक्टरियों के गोदाम में बड़ी संख्या में अवैध रूप से विस्फोटक सामग्री का भंडारण किया जाता है।
Bareilly News baheri

Bareilly News : मकान पर कब्जा करने के लिए दबंगों ने चलाया बुलडोजर, पथराव कर फैलाई दहशत, 4 घायल, 12 नामजद समेत 20 अज्ञात पर रिपोर्ट

Bareilly News : बरेली जनपद के कस्बा बहेड़ी में नैनीताल हाईवे के किनारे मकान पर कब्जा करने के लिए दबंगों ने उस वक्त बुलडोजर चला दिया जब परिवारवाले अंदर सो रहे थे। हथियारों और लाठी-डंडों से लैस दबंगों ने काफी देर तक इलाके में दहशत फैलाई। घटना में चार लोग घायल हो गए। पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने 12 लोगों को नामजद करते हुए 20 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बहेड़ी के मोहल्ला शिकोहीनगर में रहने वाली अफरोज बेगम ने पुलिस को बताया कि वर्षों पहले उन्होंने नैनीताल हाईवे किनारे मकान खरीदा था। इस मकान पर हरीशचंद्र पाल की नीयत खराब है। वह उनके मकान पर कब्जा करना चाहता है। बृहस्पतिवार सुबह 6:30 बजे हरिश्चंद्र अपने 15-20 साथियों के साथ दो बुलडोजर लेकर उनके मकान के बाहर आया और बुलडोजर चलाकर मकान तोड़ डाला, इससे मकान के अंदर सो रहे चार लोग घायल हो गए। कई अन्य लोगों के चोटें आईं हैं। विरोध पर किया पथराव, घटना सीसीटीवी में कैद अफरोज ने बताया कि अचानक मकान गिरने पर परिवारवालों की आंख खुली। उन्होंने बाहर आकर विरोध किया तो आरोपियों ने पथराव शुरू कर दिया। दबंग नाजायज हथियार और लाठी-डंडों से लैस थे। आरोपियों ने घरवालों के साथ मारपीट की और महिलाओं के साथ छेड़खानी की। इतना ही नहीं विरोध करने पर महिलाओं को उठा ले जाने की धमकी दी। बुलडोजर से मकान तोड़ने की घटना पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें दबंग बुलडोजर से मकान गिराते और पथराव करते दिख रहे हैं। पुलिस ने फुटेज अपने कब्जे में ले ली है। देखें घटना का वीडियो… पुलिस के पहुंचने से पहले भागे दबंग घटना की सूचना जब पुलिस को दी गई तो सीओ अरुण कुमार सिंह, इंस्पेक्टर संजय तोमर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे लेकिन तब तक दबंग वहां से जा चुके थे। पुलिस ने घटनास्थल की वीडियोग्राफी कराई और घायल हाजी सईद अहमद, नसीम अहमद, शिफा और अफरोज बेगम को सरकारी अस्पताल भिजवाया। पिछले साल नवंबर में भी की थी तोड़फोड़ पीड़ित अफरोज बेगम ने बताया कि 8 नवंबर 2024 को भी आरोपियों ने उसके मकान पर कब्जा करने की नीयत से तोड़फोड़ की थी। इस घटना की वीडियो उसके पास मौजूद है। आरोपी दबंग और भू माफिया किस्म के हैं। उनकी शासन-प्रशासन में अच्छी पैठ है, इसीलिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती है। इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुई रिपोर्ट इस मामले में अफरोज बेगम की तहरीर पर पुलिस ने मुख्य आरोपी हरिश्चंद्र पाल निवासी गांव शरीफनगर हाल निवासी आर्यनगर, सुरेंद्र कुमार निवासी शेखुपुर, टीकम सिंह निवासी जाजूनागर, मनोज शर्मा निवासी महादेवपुरम, टीकम भाटी, मोहन सिंह निवासी मोहल्ला बाजार, मोहम्मद आरिफ निवासी राजा गार्डन, अक्षय मंगलम निवासी जाजूनागर, मंजूर अहमद, शारिक निवासी मोहल्ला मदार नगर, आफताब, जावेद निवास इस्लामनगर के अलावा 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
hunger strike for justice

hunger strike for justice : सिस्टम की मार… इंसाफ के लिए भूख हड़ताल पर बैठा परिवार

लेखपाल और पुलिस पर भूमाफिया से साठगांठ कर जमीन पर अवैध कब्जा कराने का आरोप hunger strike for justice : बरेली। सरकारी तंत्र से परेशान होकर बरेली की मीरगंज तहसील के गांव बुझिया जागीर में रहने वाला परिवार भूख हड़ताल करने के लिए मजबूर हो गया है। भूमाफिया और सरकारी सिस्टम से परेशान होकर मां-बेटे ने सेठ दामोदर स्वरूप पार्क में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। इसके साथ ही इंसाफ न मिलने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है। पीड़ित महिला नन्हीं देवी का आरोप है कि उनकी चार बीघा जमीन पर लेखपाल और पुलिस भू माफिया से साठगांठ करके अवैध कब्जा कर रही है। इसके चलते उन्हें जमीन से बेदखल किया जा रहा है। 25 मई 2022 को नन्हीं देवी ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर मामले में कार्रवाई की मांग की थी। डीएम को दिए प्रार्थना पत्र में नन्हीं देवी ने मानसिंह और उनके साथियों पर जमीन पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया था मगर तब से आज तक उन्हें इंसाफ नहीं मिला। नन्हीं देवी का कहना है कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से शिकायत की लेकिन सुनवाई नहीं हुई। उनका आरोप है कि लेखपाल आरोपियों के पक्ष में झूठी रिपोर्ट बनाकर दे देता है और अधिकारियों को गुमराह कर देता है। इससे त्रस्त होकर नन्हीं देवी और उनका बेटा बृहस्पतिवार को बरेली आकर दामोदर स्वरूप पार्क में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए। उनका कहना है कि जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिल जाता उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी, इसके बाद भी अगर कोई सुनवाई नहीं होती है तो वे आत्मदाह कर लेंगे। नन्हीं देवी ने बताया कि उनके पास मात्र चार बीघा जमीन है, जिसके जरिये ही उनके परिवार का गुजर बसर होता है। भूमाफिया, लेखपाल और पुलिस उन्हें जमीन पर कृषि कार्य नहीं करने दे रहे हैं। मजबूर होकर उन्होंने भूख हड़ताल पर बैठने का फैसला लिया।
loot accused arrested

loot accused arrested : बरेली में छात्रा से लूट करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार

loot accused arrested : बरेली। कोचिंग पढ़ने जा रही छात्रा का मोबाइल लूटकर भागे तीन लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सीबीगंज पुलिस ने मोबाइल लूट की घटना का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से चोरी की बाइक, एक मोबाइल और चाकू बरामद किया है। सीबीगंज इलाके के गांव अटरिया में रहने वाली छात्रा प्रेमलता ने मोबाइल लूट की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। प्रेमलता के मुताबिक घटना के समय वह स्लीपर रोड पर कोचिंग पढ़ने के बाद अपने घर लौट रही थी। इस दौरान विमको फैक्टरी के सामने तीन युवक उसका मोबाइल लूटकर फरार हो गए। छात्रा की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने छानबीन के बाद तीन युवकों को पकड़ लिया। पूछताछ में उन्होंने लूट की वारदात अंजाम देने की बात कुबूल की। पकड़े गए आरोपी इज्जतनगर थाना क्षेत्र के मोहल्ला अशरफ खां छावनी निवासी राजा उर्फ अमन तिवारी, शाही कस्बे के मोहल्ला गांधी नगर निवासी अर्जुन और शाही के मोहल्ला पंतनगर निवासी सुनील हैं। पूछताछ में पुलिस को पता चला कि उनके पास से मिली बाइक बरेली जिला अस्पताल से चोरी की गई थी। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ पहले भी मामले कई मामले दर्ज हैं। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक सुरेश चंद्र गौतम, एसओजी प्रभारी देवेंद्र सिंह धामा, सीबीगंज थाने के अपराध निरीक्षक सुभाष कुमार, एसआई सौरभ यादव, रविंद्र सिंह आदि शामिल हैं।