Karpuri Thakur : बरेली। समाजवादी पार्टी कार्यालय पर 24 जनवरी को भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गई। सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर कर्पूरी ठाकुर को नमन किया। सपा जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप की अध्यक्षता में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका संचालन करते हुए जिला सचिव ब्रजेश श्रीवास्तव सविता ने जननायक Karpuri Thakur के जीवन और उनके योगदान पर चर्चा की।
जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप ने कहा कि Karpuri Thakur का जन्म 24 जनवरी 1924 को बिहार के समस्तीपुर जिले में हुआ था। वह एक दलित परिवार में जन्मे थे और उन्होंने जीवनभर दलितों और वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया।
उन्होंने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने 1950 के दशक में अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य बनने के बाद जनक्रांति दल की स्थापना की। वह 1970 के दशक में बिहार के मुख्यमंत्री भी बने।
पिछड़ों के आरक्षण के लिए मुंगेरीलाल आयोग का किया गठन
जिला सचिव ब्रजेश श्रीवास्तव सविता ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न भी मिल चुका है। कर्पूरी ठाकुर बिहार के दो बार मुख्यमंत्री और एक बार उप मुख्यमंत्री रहे। Karpuri Thakur ने शिक्षा के क्षेत्र में किसानों, दलितों-पिछड़ों और वंचितों के लिए बहुत काम किया। पिछड़ों के आरक्षण के लिए मुंगेरीलाल आयोग का गठन किया। 1977 में जब वे दोबारा मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने उसे लागू किया। उनकी विरासत आज भी दलितों और वंचितों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई है।
महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, सामाजिक न्याय के पुरोधा और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, ‘भारत रत्न’ कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!
आपके आदर्श एवं संघर्ष हमें सदैव न्याय, समानता और सेवा के पथ पर चलने की प्रेरणा देते रहेंगे। pic.twitter.com/p6bCsuoga7
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 24, 2025
दलित सामाजिक संस्था ने मनाई Karpuri Thakur जयंती

आईएमए हॉल में अति पिछड़ा, दलित सामाजिक सांस्था की ओर से कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनाई गई। इसमें मुख्य वक्ता पूर्व सांसद धर्मेंद कश्यप और मुख्य अतिथि पूर्व विधान परिषद सदस्य डॉ हीरा ठाकुर रहे।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने Karpuri Thakur के जीवन पर प्रकाश डाला। इस दौरान डॉ. वरदानी प्रजापति, डॉ. चुन्नीलाल प्रजापति, शिवमंगल सिंह राठौर, एडवोकेट पूरनलाल प्रजापति, रामप्रकाश ठाकुर, राजेश कुमार श्रीवास्तव, ज्ञानेंद्र मौर्य, रामेश्वर दयाल, निहाल सिंह आदि मौजूद रहे।