Kasganj News : यूपी के जनपद कासगंज में एक अस्पताल की गंभीर लापरवाही सामने आई है। डॉक्टरों ने एक युवक के हाथ की अंगुली जोड़ने के लिए सर्जरी की लेकिन उसके हाथ की अंगुली नहीं जुड़ी। इस पर सीएमओ ने विनायक हॉस्पिटल को सील करा दिया है। यह कार्रवाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं की शिकायत पर की गई है। सीएमओ की इस कार्रवाई से अवैध रूप से अस्पताल चलाने वालों में खलबली मच गई है।
अलीगढ़ जनपद के गांव अर्जुनपुर कदीम में रहने वाले चंद्रप्रकाश ने बताया कि वह हाईवे पर बाइक से गिर गए थे। वह अपना इलाज कराने कासगंज में सुमंत कुमार माहेश्वरी इंटर कॉलेज के सामने स्थित विनायक अस्पताल पहुंचे थे। जहां डॉक्टरों ने दाहिने हाथ की छोटी अंगुली में फ्रेक्चर बताकर सर्जरी करने की बात कही। डॉक्टरों की सलाह पर चंद्रप्रकाश ने सर्जरी करा ली।

सर्जरी के एवज में डॉक्टर ने उनसे 40 हजार रुपये ले लिए लेकिन कई दिन बाद भी उनकी अंगुली में दर्द बंद नहीं हुआ। उन्होंने दोबारा एक्सरे कराया तो पता चला कि अंगुली जुड़ी ही नहीं है। इस पर चंद्रप्रकाश ने डॉक्टर से संपर्क किया, लेकिन उन्होंने कोई संतुष्ट जवाब नहीं दिया।
इस पर उन्होंने सीएमओ डॉ. राजीव अग्रवाल को शिकायती पत्र देकर मामले में कार्रवाई की मांग की थी। सीएमओ के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डॉ. बेला रानी, डॉ. मुकेश यादव, विमल कुमार, अमित कुमार जांच करने विनायक अस्पताल पहुंचे।
अस्पताल संचालक को नोटिस देकर तीन दिन में मांगा जवाब
जहां उन्होंने चंद्र प्रकाश के इलाज के बारे में जानकारी ली और अस्पताल के अभिलेख भी चेक किए। जांच के दौरान पता चला कि अस्पताल पंजीकरण का नवीनीकरण नहीं कराया गया है। इसके बाद टीम ने अस्पताल संचालक को कारण बताओ नोटिस देकर अस्पताल सील कर दिया। साथ ही तीन दिन के अंदर सीएमओ कार्यालय में नोटिस का जवाब देने के निर्देश दिए।
विनायक हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन तो कराया गया था, लेकिन उसका रिन्यूवल नहीं कराया गया है। अस्पताल बिना रिन्यूवल के संचालित हो रहा था। टीम ने जांच के बाद अस्पताल सील कर दिया है। – डॉ. राजीव अग्रवाल, सीएमओ।