kisan protest : दिल्ली जा रहे किसानों को सोमवार शाम पुलिस ने दलित प्रेरणा स्थल पर रोक दिया था। किसान नेताओं की प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत के बाद दलित प्रेरणा स्थल पर धरना-प्रदर्शन की सहमति बनी थी। अधिकारियों ने उनकी मांग प्रशासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया था। हालांकि मंगलवार को पुलिस ने किसानों से दलित प्रेरणा स्थल खाली करा लिया। इसके साथ ही 100 से अधिक किसानों को हिरासत में ले लिया।
किसान नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी के अंतर्गत आने वाले गांवों की जमीन का मुआवजा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। दो दिसंबर को किसानों ने इसे लेकर प्रदर्शन किया, इसके बाद किसान बड़ी संख्या में दिल्ली की ओर कूच कर गए।

दिल्ली से पहले नोएडा में दलित प्रेरणा स्थल पर पुलिस ने किसानों को रोक लिया। अधिकारियों से बातचीत के बाद किसानों ने दिल्ली कूच स्थगित कर दिया। प्रशासन की ओर से किसानों को दलित प्रेरणा स्थल पर शांतिपूर्वक धरना-प्रदर्शन की अनुमति दी गई। अधिकारियों ने किसानों की बात सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।
मंगलवार को पुलिस ने दलित प्रेरणा स्थल पर धरने पर बैठे 100 से अधिक किसानों को हिरासत में ले लिया। पुलिस बसों में भरकर किसानों को कहीं दूसरी जगह ले गई। अब तक किसानों को कहां ले जाया गया है इसका पता नहीं चल सका है। इस घटना के बाद से किसान संगठनों में आक्रोश बढ़ने लगा है। कहा जा रहा है कि जिन किसान नेताओं से अधिकारियों की बातचीत हुई थी उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
फिर बड़े स्तर पर आंदोलन होने के आसार
किसानों को हिरासत में लेकर जबरन दलित प्रेरणा स्थल खाली कराने से एक बार फिर मामला गरमा गया है। इस घटना के बाद से तमाम किसान संगठन एकजुट होने लगे हैं। किसानों का कहना है कि सरकार जबरन उनके आंदोलन को कुचलने की कोशिश में लगी है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने फेसबुक लाइव पर कहा कि सरकार किसानों के अधिकारों को कुचलना चाहती है और आंदोलन को देश के खिलाफ बताती है।
उन्होंने कहा कि यह आंदोलन जारी रहेगा। किसानों की आवाज नहीं दबाई जा सकती। उन्होंने एक बड़े संघर्ष का एलान किया। साथ ही कहा कि वह दो घंटे के अंदर उस स्थान पर पहुंच रहे हैं। जहां किसानों को हिरासत में लेकर रखा गया है। वह उसी स्थान पर धरना प्रदर्शन करेंगे।
kisan protest पर बीकेयू ने सिसौली में बुलाई आपात बैठक
किसानों को हिरासत में लिए जाने के बाद भारतीय किसान यूनियन ने अपने राष्ट्रीय कार्यालय पर शाम चार बजे आपात बैठक ब़ुलाई है। भाकियू ने एक्स पर पत्र जारी कर कहा कि उत्तर प्रदेश के जनपद गौतमबुद्धनगर में भूमि अधिग्रहण को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले आंदोलन कर रहे किसानों को पुलिस प्रशासन ने दलित प्रेरणा स्थल से अनुचित तरीके से गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तर प्रदेश के जनपद गौतम बुद्ध नगर में चल रहे आंदोलन को पुलिस प्रशासन के द्वारा जबरदस्ती दबाया जा रहा है इसी विषय पर किसान भवन सिसौली में 4:00 बजे पंचायत की जा रही है जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौजूद रहेंगे। @RakeshTikaitBKU @ANI pic.twitter.com/UIDYYCuvbm
— Bhartiya kisan Union (@OfficialBKU) December 3, 2024
कहा कि यह तानाशाही किसानों की आवाज नहीं दबा सकती। इसे लेकर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय कार्यालय किसान भवन सिसौली में आपातकालीन पंचायत राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत की मौजूदगी में पंचायत की जा रही है। सभी चार बजे किसान भवन सिसौली, मुजफ्फरनगर पहुंचने का कष्ट करें।
खाप पंचायतों का किसानों को समर्थन
खनौरी बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल की अगुवाई में चल रहे किसान आंदोलन को हरियाणा की खाप पंचायतों का समर्थन मिला है। खापों की ओर से कहा गया कि हरियाणा में अपनी जायज मांगों को लेकर चल रहे किसानों के आंदोलन को सरकार ने दबाने की कोशिश की तो सभी खापें किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर आंदोलन में उनका समर्थन करेंगी। बता दें कि इस साल 13 फरवरी को दिल्ली जा रहे हरियाणा के किसानों को खनौरी और शंभू बॉर्डर पर रोका गया था। तब से बड़ी संख्या में किसान खनौरी और शंभू बॉर्डर पर धरने पर बैठे हैं।