Murder in Bareilly : बरेली के गांव शिकारपुर चौधरी में ताई ने गला दबाकर चार साल की बच्ची की हत्या कर दी, इसके बाद उसका शव बोरी में छिपा दिया। रात में उसका इरादा शव ठिकाने लगाने का था लेकिन वह अपने मंसूबों में कामयाब हो पाती पुलिस ने उसे दबोच लिया और उसके घर से शव बरामद कर लिया।
इज्जतनगर थाना क्षेत्र के गांव शिकारपुर चौधरी में रहने वाले राजू राजपूत की चार साल की बेटी मिस्टी शनिवार दोपहर ताई सावित्री के घर खेलने गई थी। इसके बाद वह लापता हो गई। काफी खोजबीन के बाद भी जब उसका कहीं पता नहीं चला तो परिजन ने पुलिस को सूचना दी। देर रात पुलिस ने सावित्री के घर से बोरे में उसका शव बरामद किया। पुलिस ने आरोपी महिला के चचिया ससुर गंगाराम को भी हिरासत में लिया है।
एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्रा के मुताबिक ताई सावित्री ने ही गला दबाकर बच्ची की हत्या की है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है। हालांकि मामले चचिया ससुर गंगाराम की संलिप्तता नहीं मिली है।
हत्या न लगे इल्जाम इसलिए दबा दिया गला
पूछताछ में सावित्री ने पुलिस को बताया कि खेलते समय मिस्टी ईंटों पर गिरने की वजह से बेहोश हो गई थी। उसने काफी देर तक उसे होश में लाने का प्रयास किया लेकिन जब वह होश में नहीं आई तो गला दबाकर मार डाला। उसे डर था कि कहीं मिस्टी के घरवाले उस पर हत्या का आरोप न लगा दें इसलिए उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और शव बोरे में बंद कर दिया। जिसे वह रात में ठिकाने लगाने की तैयारी में थी।
थाना इज्जतनगर क्षेत्रान्तर्गत एक बच्ची का शव बगल के घर में मिलने एवं पुलिस द्वारा एक महिला व एक पुरूष को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ करते हुये अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर इस सम्बन्ध में दी गयी बाइट। #UPPolice pic.twitter.com/JLYwFnY4sE
— Bareilly Police (@bareillypolice) October 26, 2024
काफी देर तक पुलिस को करती रही गुमराह
पुलिस जब मिस्टी की तलाश में सावित्री के घर पहुंची और उससे पूछताछ की तो काफी देर तक वह पुलिस को गुमराह करती रही। उसने गांव के एक युवक पर भी हत्या का आरोप लगाया। पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ की उसने खुद को बेकसूर बताया। कहा कि वह घटना के वक्त गांव में था ही नहीं, बल्कि मजदूरी करने बाहर गया हुआ था। पुलिस ने युवक के बताए स्थान पर जाकर पता किया तो उसकी बात सही निकली। उसके साथ काम करने वाले लोगों ने बताया कि सात बजे तक युवक वहीं उनके साथ मजदूरी कर रहा था। इस पर पुलिस ने युवक को छोड़ दिया।
ताई के घर में ही ज्यादातर समय रहती थी मिस्टी
मिस्टी को अपनी ताई सावित्री से काफी लगाव था। वह ज्यादातर समय ताई के घर में ही बिताया करती थी। शनिवार दोपहर भी ताई के घर में खेल रही थी मगर उसे क्या पता था कि जिस ताई से वह इतना प्यार करती है वही उसकी जान की दुश्मन बन जाएगी। हालांकि सावित्री ने अपनी सफाई में कहा कि मिस्टी के बेहोश होने पर वह काफी घबरा गई थी। उसने उसे होश में लाने के लिए काफी कोशिश की मगर वह नाकाम रही।
सावित्री को अपनी हत्या का सता रहा था डर
पुलिस पूछताछ में सावित्री ने बताया कि मिस्टी का एक चाचा करीब तीस साल पहले हत्या के मामले में जेल जा चुका है। उसे इस बात का डर था कि कहीं उसका चाचा उसकी हत्या न कर दे। इसी डर में उसने मिस्टी की गला दबाकर हत्या कर दी। हालांकि उसकी यह कहानी किसी के गले नहीं उतर रही है कि हत्या का आरोप न लगे इसलिए बच्ची की हत्या कर दी। मामले में पुलिस अन्य पहलुओं पर भी जांच कर रही है।