shahjahanpur के निगोही इलाके के गांव हरसेली में 5 मार्च को गन्ने के खेत में मिला कंकाल 4 महीने से लापता छात्रा काजल का ही निकला। करीब 8 महीने बाद आई डीएनए रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि हुई है। अब पुलिस हत्यारे की तलाश में जुट गई है। एसपी सिटी संजय कुमार खुद इस मामले की जांच कर रहे हैं।
shahjahanpur जनपद के थाना निगोही के गांव हरसेली में रहने वाले सुरेश कुमार की बेटी काजल गांव से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर अल्हादादपुर गांव में स्वामी दिव्यानंद शिक्षा निकेतन स्कूल में इंटरमीडिएट की छात्रा थी। 30 नवंबर 2023 को वह अर्द्व वार्षिक परीक्षा देने स्कूल गई थी। पिता सुरेश उसे साइकिल से स्कूल छोड़कर आए थे।

परीक्षा देने के बाद वह घर नहीं पहुंची। तलाश करने के लिए पिता सुरेश ने बेटे अनमोल को स्कूल भेजा लेकिन तब तक स्कूल बंद हो चुका था। स्कूल प्रशासन से पता किया तो बताया गया कि स्कूल के अध्यापक चन्यौरा निवासी अमर सिंह ने काजल को ईंट भट्ठा के पास देखा था। पिता अमर सिंह ने बताया कि अध्यापक अमर सिंह कभी-कभार काजल को बाइक से घर छोड़ देते थे लेकिन उस दिन ऐसा क्यों नहीं किया।
सुरेश ने अध्यापक अमर सिंह और गांव हरसेली निवासी सचिन, अमन और स्कूल प्रबंधक रामबरन वर्मा पर शक जताया। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रबंधक ने काजल के बारे में पूछने पर उन्हें धमकी दी थी। बेटी के लापता होने के बाद से सुरेश उसकी तलाश में जुटे थे लेकिन उसका सुराग नहीं लगा। वहीं तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली थी।
4 महीने बाद हरसेली गांव में मिला था कंकाल
काजल के लापता होने के 4 महीने बाद 5 मार्च 2024 को हरसेली गांव के श्यामपाल सिंह के खेत में गन्ने की छिलाई चल रही थी। इसी दौरान श्यामपाल को मिट्टी में काले और पीले रंग की सलवार और हल्के हरे रंग का सूट मिला। वहां से कुछ ही कदम की दूरी पर कंकाल पड़ा था।
श्यामपाल की सूचना तत्कालीन निगोही थानाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे। मामले की जानकारी मिलने पर सुरेश भी मौके पर पहुंचे गए थे। उन्होंने कपड़ों से कंकाल की पहचान अपनी 17 वर्षीय बेटी काजल के रूप में की थी। फॉरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य इकट्ठा किए थे।
पुलिस ने भी कंकाल काजल का माना था लेकिन इसकी पुष्टि के लिए डीएनए टेस्ट कराया गया। अब आई डीएनए रिपोर्ट में कंकाल काजल का होने की पुष्टि हुई। मंगलवार को एएसपी संजय कुमार निगोही पुलिस के साथ हरसेली गांव पहुंचे और काजल के माता-पिता से मामले की जानकारी लेने के बाद घटनास्थल का मुआयना किया। ईंट भट्ठे पर जाकर कुछ लोगों से पूछताछ की।
जमीन गिरवीं रखकर पुलिस के लिए बुक कराया हवाई जाहज का टिकट
इस मामले में shahjahanpur पुलिस की लापरवाही भी कम नहीं रही। सुरेश को कहीं से बेटी के गोवा में होने का पता चला तो उन्होंने shahjahanpur की निगोही पुलिस को बताया लेकिन पुलिस ने कोई मदद नहीं की। बाद में पुलिस गाेवा जाने के लिए तैयार भी हुई तो उसका पूरा खर्चा सुरेश से उठाने को कहा। गोवा आने जाने का खर्जा उठाने के लिए सुरेश ने एक बीघा जमीन 60 हजार रुपये में गिरवीं रखी।
50 हजार रुपये रिश्तेदारों से उधार लिए। इसके बाद पुलिस वाले हवाई जहाज से गोवा गए। गोवा पहुंचने के बाद वहां से 270 किलोमीटर किन्नौर जिले जाने के लिए 18 हजार रुपये में टैक्सी बुक की गई, इसका किराया भी सुरेश ने अपनी जेब खर्च किया, इसके अलावा अन्य खर्चे भी सुरेश को ही उठाने पड़े। इतना सबकुछ करने के बाद भी काजल का पता नहीं चल सका।

खुलासे के लिए लगाई गईं पुलिस की 4 टीमें
डीएनए रिपोर्ट में कंकाल काजल का होने की पुष्टि होने के बाद shahjahanpur के एसपी सिटी संजय कुमार ने 4 टीमों को गठन किया है। मामले के खुलासे के लिए shahjahanpur के एसओजी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार, निगोही थाना प्रभारी निरीक्षक अरविंद सिंह चौहान, एएचटीयू प्रभारी सुरेंद्रपाल सिंह और क्राइम ब्रांच सुजाऊ रहीम की अध्यक्षता में चार टीमें बनाई गई हैं।